भागलपुर विवि ने पार्ट 3 का फार्म भरने में नया नियम तैयार किया है। अब पार्ट 3 का फार्म भरने के लिए छात्रों को एक प्रोफार्मा दिया जाएगा। इसमें उन्हें पार्ट 1 और पार्ट 2 की पूरी जानकारी देनी होगी। इसके साथ कालेजों को भी छात्रों के फार्म और प्रोफार्मा को सत्यापित करना होगा तभी फार्म भरा जा सकेगा। विवि के प्राक्टर और परीक्षा प्रभारी प्रो योगेंद्र ने बताया कि पेंडिंग के सुधार और उसे खत्म करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अब पार्ट 3 का फार्म भरने के लिए छात्रों को यह बताना होगा कि उसने पार्ट 1 किस साल और कितनी बार में पास किया। पार्ट 2 के बारे में भी यह जानकारी देनी होगी। पेंडिंग का कारण ही यही होता है कि पता नहीं चलता कि छात्र ने पार्ट 1 किस साल दिया और पार्ट 2 किस साल। टेबुलेशन में सत्र और साल को खोजने में काफी दिक्कत होती है।

इस नए प्रो फार्मा से पता चल सकेगा कि छात्र का सत्र और साल उस समय का रॉल नंबर क्या था।प्राचार्य को करना होगा सत्यापनछात्रों के पार्ट 3 के फार्म को अब कालेज प्राचार्य को सत्यापित करना होगा। उन्हें छात्र के अंक पत्र को विवि से भेजे गए टेबुलेशन रजिस्टर से मिलाना होगा। कालेज के टीआर से अगर छात्र की मार्क्सशीट मिलेगी तभी वह फार्म भर सकेगा। जल्द ही प्राचार्यों की बैठक भी बुलाई जा रही है।

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प्राक्टर ने बताया कि विवि में हाल में कई फर्जी अंक पत्र सामने आए हैं। इस नई व्यवस्था से फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि जब तक पार्ट 1 और पार्ट 2 छात्र पास नहीं कर लेता पार्ट 3 का फार्म नहीं भर सकेंगे। कालेज सीडी और सूची से नहीं हो रहा मिलान प्राक्टर ने कहा कि कालेज जो छात्रों की सूची की सीडी भेजते हैं और जो सूची भेजते हैं वह आपस में मिलता है। सूची में छात्र का कुछ और नाम रहता है और सीडी में कुछ और। हाल में एमएम डिग्री कालेज की सीडी मिली जो खाली थी। कालेजों को निर्देश गया है कि वह सीडी भेजने से पहले उसकी पूरी जांच कर लें।