★ आयुष चिकित्सक के भरोसे है ढोलबज्जा
★ यहां तबादले के वर्षों बाद फिर नहीं आये कोई स्वास्थ्य कर्मी.
ढोलबज्जा : एमबीबीएस की आश जोह रहे नवगछिया प्रखंड के कोसी पार, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र ढोलबज्जा की स्थिति धीरे-धीरे नाजुक होते जा रहे हैं. तीन साल पूर्व यहां से प्रतिनियुक्त किए गए चिकित्सा पदाधिकारी के तबादले होने के बाद फिर से अबतक इसे नसीब नहीं हो पाए हैं. एमबीबीएस के आभाव में यह अस्पताल सिर्फ आयुर्वेद चिकित्सक के भरोसे ही चल रहे हैं. जहां गंभीर स्थिति में मरीज को संभालना मुश्किल है. वहीं प्रसव पीड़ा के दौरान महिलाओं की देखभाल के लिए एक भी ए ग्रेड की एएनएम नहीं है.
जिसकी यहां हर समय आवश्यकता है. उसके बाद भी फिर अगले साल कुल सात स्वास्थ्य कर्मी में से दो की तबादले लिपिक मनोज कुमार व परिचारिका श्रेणी ए के रूप में अर्चना कुमारी की किए जाने के बाद यहां अबतक उसकी प्रतिनियुक्ति नहीं हो पायी है. दस वर्ष पहले करीब एक एकड़ जमीन में फैले इस अस्पताल का नया भवन बन तो तैयार है लेकिन, अब-तक अस्पताल परिसर की चारदीवारी नहीं हो पाई है. जहां खुला रहने से मुख्य द्वार पर गाय, भैंस, बकरी व कुत्ते जैसे जानवरों के विचरने के दौरान उसके द्वारा त्यागे मल-मूत्र की बदबू आ रहे थे.
आयुष चिकित्सक वीरेंद्र कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया- आज करीब 45 रोगी को देखा गया है. जहां ज्यादातर सर्दी-खांसी व जुकाम से संबंधित मरीज पहुंचे थे. यहां एक एमबीबीएस, दो स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में लेडी डॉक्टर, एक लिपिक, प्रसव की देखभाल के लिए एएनएम, रोगी को जरूरत पड़ने पर उसे ले जाने आने के लिए एम्बुलेंस व आक्सीजन सेलेंडर की हर वक्त आवश्यकता है जो नहीं है. इसके आभाव में रोगी को देखने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भागलपुर के सीएस ने कहा कि जल्द ही अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिये आवश्यक कदम उठाये जाएंगे.