BSEB ने मैट्रिक की परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार 78.17 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं। इस बार तीन परीक्षार्थियों को 484 अंक आया है। मोतिहारी की पूजा, नालंदा की सुभाषिनी और रोहतास के संदीप टॉपर हुए हैं। टॉप 10 में भी सिमुलतला के 13 छात्र हैं। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 101 छात्रों ने टॉप 10 में स्थान बनाया है। पूरे देश में बिहार बोर्ड ने सबसे पहले रिजल्ट दिया है। इस बार स्टूडेंट की तस्वीर और बार कोड के साथ कॉपी दी गई थी।

इस बार 16.84 लाख परीक्षार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी। कोरोना के बीच एग्जाम कराना BSEB के लिए बड़ी चुनौती थी, लेकिन 40 दिन के भीतर ही बोर्ड ने रिजल्ट देकर नया इतिहास रच दिया है। मैट्रिक की परीक्षा के लिए प्रदेश में 1525 सेंटर बनाए गए थे, जहां 17 से 24 फरवरी तक परीक्षा हुई थी। इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक परीक्षा में भी परिणाम घोषित करने में हर स्तर से तेजी दिखाई गई।

रिजल्ट से पहले टॉपर्स का इंटरव्यू
BSEB की ओर से रिजल्ट जारी होते ही बोर्ड की वेबसाइट का सर्वर डाउन हो गया। परिणाम जानने के लिए परीक्षार्थी http://biharboardonline.bihar.gov.in पर बार-बार क्लिक करते रहें, लेकिन साइट पूरी तरह से खुल नहीं सका। इस बार 20 मार्च को ही आंसर की जारी कर दी गई थी। इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक परीक्षा के 50 टॉपर को भी बोर्ड ऑफिस बुलाया गया था। शुक्रवार व शनिवार को टॉपर की संभावित लिस्ट में शामिल छात्रों का इंटरव्यू लिया गया था। मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन इस बार 12 से 24 मार्च तक चला था।

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पिछले साल 26 मई को जारी हुआ था रिजल्ट
बिहार बोर्ड ने मैट्रिक परीक्षा 2020 का रिजल्ट 26 मई 2020 को जारी किया था। कोरोना के कारण 2020 में कॉपियों के मूल्यांकन में काफी समस्या हुई थी। संक्रमण के कारण ही रिजल्ट जारी करने में बोर्ड को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। 2020 में बिहार मैट्रिक परीक्षा में 80.59 प्रतिशत स्टूडेंट्स हुए थे। इसमें 96.20 प्रतिशत अंक के साथ हिमांशु राज ने पहला स्थान हासिल किया था।

मैट्रिक परीक्षा 2021

  • 16,84,466 परीक्षार्थियों ने भरा था परीक्षा फॉर्म
  • 8,37,803 छात्राएं हुई थीं शामिल
  • 8,46,663 छात्रों ने मैट्रिक के लिए भरा था फाॅर्म