पटना के गायघाट जेटी से एफसीआई का 200 टन अनाज लेकर पिछले शनिवार को रवाना हुए एमवी लालबहादुर शास्त्री मालवाहक जहाज 250 किलोमीटर की दूरी तय कर पांचवें दिन भागलपुर के रास्ते कहलगांव पहुंचा। जहाज करीब 4.35 बजे भागलपुर विक्रमशिला सेतु को पार कर आगे बढ़ा। कार्गो जहाज के साथ दो अन्य जहाज स्कॉट कर रहे थे। जहाज के आने पर पुल पर उसे देखने वालो की भीड़ लग गई।

गंगा की धारा मुख्य रूप से नवगछिया की ओर शिफ्ट होने के कारण जहाज वहां से ही गुजरा। जहाज पर 200 टन चावल लदा हुआ था। बता दें कि पिछले पांच फरवरी को पटना से रवाना हुई कार्गो जहाज कच्ची दरगाह पीपा पुल नहीं खुल पाने की स्थिति में दो दिनों तक वहां खड़ा रहा। इसके बाद 7 फरवरी को वहां से जहाज पांडु गुवाहाटी के लिए रवाना हुआ। लगभग 2,350 किमी की दूरी तय कर 25 दिनों के बाद पांडु टर्मिनल (गुवाहाटी) पहुंचने की उम्मीद है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जलमार्ग परियोजना के तहत पटना-भागलपुर पहली बार अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग से जुड़ गया है।

जल मार्ग शुरू होने से सड़कों पर वाहनों का कम होगा दबाव

जलमार्ग से व्यापार शुरू होने के बाद सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा। यह जहाज भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल रूट के अनुसार डायमंड हर्बर से सुंदरवन मार्ग में प्रवेश करेगा। जो हल्दिया से कुछ पहले है। इसके बाद यह जहाज राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या दो के ब्रह्मपुत्र नदी में प्रवेश कर जाएगा। चावल लदे लाल बहादुर शास्त्री जहाज को मार्च के प्रथम सप्ताह में गुवाहाटी के पांडू बंदरगाह पहुंचना है। दो दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनाेवाल ने पटना में इस जहाज को हरी झंडी दिखाई थी। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, बंगलादेश के मंत्री समेत कई अन्‍य लेाग शामिल हुए थे।
बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे विक्रमशिला पुल के पास से गुजरता मालवाहक जहाज।

Whatsapp group Join