नवगछिया : जनता कर्फ्यू के दौरान सड़क सुनसान पड़ी रही। सुबह आठ बजे जीरो माइल में ना ही गाड़ियां चल रही थी और ना ही लोगों की भीड़ थी। दुकानें बंद थी तो सब्जी का बाजार रविवार को नहीं लगा था। पेट्रोल पंप खुलने के बाद भी एक भी ग्राहक नहीं थे। गाड़ी नहीं चलने के कारण लोगों को पैदल ही मंजिल की ओर जाना पड़ा। सुरक्षा के मद्देनजर ओटो भी नहीं चल रहे थे।
जिसके कारण इलाहाबाद से आ रहे सन्हौला निवासी मो. शाहीद आलम नवगछिया उतरा। वहां से गाड़ी नहीं मिली। अपने साथियों के साथ वहां पैदल पर नवगछिया स्टेशन से भागलपुर जीरो माईल पहुंचे। खबर लिखे जाने तक उनको गाड़ी नहीं मिली थी। इसी तरह प्रात: 8.30 बजे तिलकामांझी पर मो. बाबर भी खड़े थे। उनको नवगछिया अपने घर जाना था। दोपहर तीन बजे तक गाड़ियां नहीं मिली थी।
नवगछिया समेत पुरे भागलपुर में जैसे ही घड़ी की सुई 5 बजे पर गई, वैसे ही अचानक से थाली, ताली और शंख की आवाज वातावरण में गुंजने लगी। अपने-अपने घरों की छत, बालकनी, दरवाजों और खिड़कियों पर खड़े होकर लोगों ने थाली और शंख बजाकर कोरोना वायरस के खिलाफ जुटे योद्धाओं को सलाम करते हुए उनका हौसला बढ़ाया।
लोगों ने थाली और शंख बजाकर डॉक्टरों, सैनिक, मेडिकल कर्मियों, पुलिस कर्मियों के साथ-साथ उन तमाम लोगों के प्रति आभार प्रकट किया जो इस बीमारी से पीड़ित लोगों की सेवा और इस वायरस से लोगों को बचाने की मुहिम में जुटे हैं।
कोरोना वायरस से भारत समेत पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही है। अपने स्तर से भारत की सरकार भी पूरी तैयारी में जुटी है। 75 शहरों को लॉकडाउन किया गया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश में जनता कर्फ्यू का प्रभाव दिखा। पीएम मोदी ने कहा था कि जनता कर्फ्यू में सहयोग देने वाले लोगों के लिए तमाम लोग 5:00 बजे शाम में थाली पीटकर, घंटी और शंख बजाकर उन्हें शाबाशी दें और इस महामारी के खिलाफ लड़ाई का उद्घोष करें। जनता कर्फ्यू का पूरा प्रभाव पूरे देश में देखने को मिला