नवगछिया । गोपालपुर थाना क्षेत्र के सिंघिया मकंदपुर निवासी मोबाइल विक्रेता धीरज कुमार को तीन माह पूर्व पत्र के साथ जिंदा कारतूस भेज कर दस लाख रुपये बतौर रंगदारी मांगने के पीछे व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता थी। इस मामले का खुलासा गोपालपुर पुलिस ने रविवार को कर दिया। थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान के बाद इस मामले का खुलासा हो पाया है। उन्होंने बताया कि पीड़ित दुकानदार धीरज कुमार ने जिस व्यक्ति पर संदेह किया था अनुसंधान में उसका संलिप्तता नहीं पाई गई।

व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता के कारण डराने के लिए मांगी थी रंगदारी

व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता के कारण रंगरा सहायक थाना क्षेत्र के भवानीपुर निवासी विभाष कुमार ने जिंदा कारतूस और 10 लाख की रंगदारी मांगने की चिट्ठी भेजी थी। जांच में उसकी संलिप्तता पाई गई। आरोपित विभाष कुमार भी नवगछिया में मोबाइल की दुकान चलाता है। उसने बताया कि धीरज शर्मा की दुकान अधिक चलने के कारण मैंने पत्र के साथ जिंदा कारतूस भेजकर दस लाख रुपये बतौर रंगदारी की मांग की थी ताकि वह दहशत में आ जाये। मामला ठंडा हो जाने के बाद दोबारा फोनकर रंगदारी भी मांगे थे।

थानाध्यक्ष ने बताया कि विभाष कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। वरीय अधिकारी के निर्देशानुसार गिरफ्तार अभियुक्त का मोबाइल सीडीआर एवं मोबाइल भी बरामद किया जा रहा है। बाजार के चर्चित युवा व्यवसायी से चिट्ठी और जिंदा कारतूस भेजकर 10 लाख की रंगदारी मांगने की घटना नवगछिया पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहा था।

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