ढोलबज्जा: विलुप्त पक्षी गरुड़ का प्रजनन स्थल कदवा में जहां हर साल गरुड़ों की संख्या में लगातार वृद्धि होते देखी जा रही है. वही ठंड का असर व घोंसलों से उड़ने के प्रयास करने के दौरान पेड़ पर से गिर कर घायल होने की दरों में भी वृद्धि होती जा रही है. ज्ञात हो कि अगले साल कदवा इलाके में गरुड़ों के घोंसले की संख्या 122 थी और गरुड़ों की संख्या 550 के करीब थे.

वही इस बार घोंसला की संख्या 150 से ऊपर व गरुडो की संख्या करीब 600 से उपर पहुंच चुके हैं. बताते चलें की बुधवार के दिन पकरा टोला कदवा के समीप कोसी धार से एक गरुड़ को घायल अवस्था में उठाकर डॉ नगीना राय के यहां उपचार के लिए लाया गया था. जहां उसे गुरुवार के दिन स्वस्थ होने पर उड़ा दिया गया. वही बिन्दटोली कदवा में पारस सिंह के खेत में स्थित विशाल सेमर के पेड़ पर से एक गरुड़ गिरकर उसके दाया पैर जख्मी हो गया.

जहां गिरने के बाद घायल गरुड़ ने तड़पते हुए चतुर्भुज सिंह के खेतों में लगे फूलगोभी के करीब 200 पौधों को बर्बाद कर दिया. फिर भी किसान मित्र गरूड़ को बचाने के लिए चतुर्भुज सिंह ने अपने खेतों से उसे उठाकर प्राथमिक उपचार किया. उसके बाद फोन पर इसकी जानकारी डॉक्टर नगीना राय को देने के बाद श्री राय ने उस घायल गरुड़ को वहां से उठा कर अपने घर लाया. जिसे शुक्रवार को सुंदरवन भागलपुर भेज दिया जाएगा.

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