नवगछिया : नवगछिया थाना क्षेत्र के तेतरी गांव के बजरंगबली स्थान के पास स्थित एक पोखर से मंगलवार को नवगछिया पुलिस ने एक युवक का शव बरामद किया है। गांव के बीच पोखर में शव होने से गांव में सनसनी फैल गई। शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर स्थानीय लोगो द्वारा इसकी सूचना नवगछिया पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही नवगछिया पुलिस मौके पर पहुची। पुलिस ने ग्रामीणों की मौजूदी में शव को पानी से बाहर निकाला। युवक के शव की पहचान थाना क्षेत्र के तेतरी दोनिया टोला निवासी स्व सुनील राम के 17 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार के रूप में की गई है।

तेतरी गांव में युवक की हत्या कर शव को पोखर में फेंका

– पोखर में रस्सी से हाथ पैर बंधे अवस्था मे शव हुआ बरामद

– दो दिन से लापता था मृतक

पुलिस द्वारा जब शव को पोखर से बाहर निकाला गया तो मनीष का हाथ और पैर रस्सी से बंधा हुआ था। हाथ पैर बंधे होने के अलावा मनीष के शरीर पर और कोई जख्म के नही थे।जिससे यह स्पष्ट हो रहा था कि अपराधियों ने मनीष की हत्या कर उसके हाथ-पैर बांधकर उनके शव को पोखर में फेंक दिया है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि अपराधियों ने मनीष को जीवित अवस्था में ही हाथ पैर बांध करपोखर में फेंक दिया। हाथ पैर बंधे होने के कारण डूबने से उसकी मौत हो गई। लोगो का कहना है कि अपराधियों ने दो दिन पूर्व ही मनीष को पोखर में फेंका होगा। जब मनीष का शव पानी में फूल गया उसके बाद शव पानी के ऊपर आ गया।

शव के बाद नवगछिया पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकालने के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है। नवगछिया थानाध्यक्ष लाल बहादुर ने कहा कि शव बरामदगी के मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। परिजनों द्वारा घटाना के संबंध किसी का नाम नही बताया जा रहा है। पोखर से शव बरामद हुआ है। शव के हाथ पीछे कर बंधा हुआ था। शव के पेट में पानी भी नही था और शरीर पर कोई जख्म के निशान भी नही थे। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सब स्पष्ट हो जाएगा। पुलिस स्तर से मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। घटना के संबंध में परिजनों से भी जानकारी ली जा रही है।

Whatsapp group Join

– 2 दिनों से घर से लापता था मनीष, पोखर से बरामद हुआ शव

मनीष पिछले दो दिनों से घर से लापता था। मृतक मनीष के चाचा अनिल राम, पप्पू राम ने बताया कि मनीष पिछले दो दिनों से घर से लापता था। दो दिन पहले गणेश उत्सव के मौके पर गांव के काली मंदिर के पास आयोजित शिव चर्चा में परिजनों ने उसे अंतिम बार देखा था। उन्होंने बताया कि वह शिव चर्चा सुनने के लिए गया हुआ था। शिव चर्चा में उनकी मां आरुहुला देवी भी गई थी। मनीष ने अपनी मां को बताया कि वह घर जा रहा है।

 

मनीष के घर जाने की बात सुनने के बाद उनकी मां वहां पर शिव चर्चा सुनने लगी। रात में जब वह घर आई तो देखा कि मनीष अब तक घर नहीं आया है। उसके बाद सुबह तक भी वह घर नहीं आया सोमवार को पूरे दिन परिजनों द्वारा खोजबीन की जा रही थी। लेकिन मनीष कहीं नहीं मिला। दिनेश राम ने बताया कि मंगलवार को दोपहर में जब गांव में हल्ला हुआ तो हम लोग भी वहां पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद देखा तो वह शव मनीष का था। परिजनों ने मनीष की हत्या कर शव को पोखर में फेंकने की बात कही है। परिजनों ने कहा कि किसी अपराधियो ने मनीष की हत्या कर उसके शव को पोखर में हाथ-पैर बांधकर फेंक दिया है।

तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था मनीष मजदूरी कर चलाता था घर

मृतक मनीष की हत्या हो जाने के कारण गांव में जहां मातम का मौहोल है। वही घटना को लेकर लोगो में दहशत भी है। परिजनों ने बताया कि मनीष मजदूरी करता था। पिता की मृत्यु होने के बाद मजदूरी कर अपनी मां बहन एवं भाई का भरण पोषण करता था।मनीष तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। मनीष की मौत के बाद मां आरुहुला देवी का रो रो कर बुरा हाल है। पति की मौत के बाद जवान बेटे की मौत ने उसे झकझोर दिया है। वह अपने पुत्र के शव से लिपट कर विलाप करते करते बेहोश हो जा रही थी। मनीष अपने घर का कमाऊ सदस्य था। मनीष की मौत से पुरे पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है।