पुरानी रंजिश में घर का दरवाजा तोड़कर बदमाशों ने एक कुख्यात अपराधी को गोलियों से भून डाला। घटना गोपालपुर थाना क्षेत्र के लतरा गांव में शनिवार सुबह करीब 6:00 की है। जहां दो बाइक से आए 6 नकाबपोश बदमाशों ने राजधर यादव (35 वर्ष) की हत्या कर दी। अपराधियों ने वारदात को उस समय अंजाम दिया जब राजधर यादव मवेशियों को चारा देने के लिए घर से निकला। इसी बीच बदमाशों ने उसे घेर लिया। राजधर अपनी जान बचाने के लिए घर के अंदर भाग कर दरवाजा बंद कर लिया, लेकिन हमलावरों ने दरवाजा तोड़कर उसके सिर और सीने में सात गोलियां उतार दीं। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद अपराधी गांव में फायरिंग करते हुए बाइक से दियारा की ओर भाग गए।

सूचना पर गोपालपुर, रंगरा व नवगछिया के थानेदार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ देर बाद नवगछिया एसडीपीओ प्रवेन्द्र भारती भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली। राजधर की पत्नी रीका देवी के बयान पर गोपालपुर थाने में शार्प शूटर छोटुवा यादव, राहुल यादव सहित छह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने मौके से सात खोखे और एक कारतूस बरामद किया है। इधर, सूचना पर मृतक के ससुर तिनटंगा करारी के पूर्व बाहुबली मुखिया अखिलेश यादव और ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीण शव को उठाने नहीं दे रहे थे, लेकिन एसडीपीओ के समझाने के बाद वे मान गए। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में कराने के बाद परिजनों काे सौंप दिया।

वर्चस्व की लड़ाई में लतरा में गिरी चुकी हैं कई लाशें

लतरा गांव का इतिहास रक्त रंजीत रहा है। घात-प्रतिघात की लड़ाई में यहां अब तक कई लाशें गिर चुकी हैं। राजधर यादव की हत्या भी इसी का परिणाम है। लतरा गांव में मृतक राजधर यादव के भाई स्व बेचन यादव, पूर्व प्रमुख पुत्र स्व डबलू यादव व कुख्यात छोटुवा के स्व भाइयों की तिकड़ी काफी चर्चित हुआ करता था। गांव में हत्या का सिलसिला 2006-07 से प्रारंभ हुआ। 2007 में मृतक राजधर यादव के बड़े भाई बेचन यादव की हत्या पचगछिया के घनश्याम साह के घर पर बदमाशों ने गोली मारकर कर दी थी। इसके बाद 2009 में बेचन यादव की हत्या के आरोपित घनश्याम साह की हत्या हुई थी। इस हत्या में मृतक राजधर यादव को आरोपित बनाया गया। बेचन यादव की हत्या में मुखबिर के रूप में शामिल रहने के आरोपित मंटू सिंह की हत्या वर्ष 2017 में आम तोड़ने के दौरान बगीचे में कर दी गई थी। इसमें राजधर यादव नामजद आरोपित था जो इन दिनों जमानत पर जेल से बाहर था। इससे पूर्व 2004-05 में कुख्यात छोटुवा के भाइयों की हत्या हुई थी। हत्या में पूर्व प्रमुख पुत्र डबलू यादव को आरोपित किया गया। परिणाम स्वरूप छोटुवा ने दिनदहाडे डबलू यादव की हत्या प्रमुख चेंबर में घुसकर कर दी थी।

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अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही है छापेमारी

प्रथम दृष्टया हत्या का कारण पुरानी रंजिश प्रतीत हो रहा है। राजधर की पत्नी के बयान पर कुख्यात अपराधी छोटुवा सहित 6 लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी अपराधी सलाखों के पीछे होंगे। किसी भी कीमत पर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। -प्रवेंद्र भारती, एसडीपीओ, नवगछिया