टीएमबीयू प्रेस की झाड़ी में गुरुवार सुबह एक वृद्ध का शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव काफी सड़ चुका था। आशंका जताई गई कि अज्ञात बदमाशों ने दो तीन दिन पूर्व वृद्ध की हत्या कर शव को प्रेस के चारदीवारी के अंदर फेंक दिया। मृतक का बायां हाथ भी कटा हुआ है। सूचना पर ललमटिया और विश्वविद्यालय पुलिस मौके पर पहुंची। शव की पहचान कबीरपुर करगिल मैदान के मो. महमूद 59 के रूप में हुई। वह छह दिन पूर्व शनिवार की देर शाम से घर से गायब था। मृतक की प|ी अंजुम और उनके परिजन ने शव की पहचान की।

पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। महमूद मूल रूप नवगछिया के खरीक थानाक्षेत्र के मिर्ज़ाफरी गांव का रहने वाला था। वह 30 वर्षों से कबीरपुर कारगिल मैदान स्थित 8 बीघे के विवादित जमीन में अस्थायी रूप से झोपड़ीनुमा घर बनाकर परिवार के साथ रह रहा था। वह रिक्शा चलाने के साथ पापड़ बनाने का काम करता था। ललमटिया थानाध्यक्ष बबलू कुमार ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मामला जमीन विवाद से जुड़ा बताया गया है। बता दें कि 12 मार्च को इसी आठ बीघा जमीन पर बम विस्फोट हुआ था। जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई थी और एक घायल हो गया था। घायल का इलाज अभी पीएमसीएच में चल रहा है।

शव मिलने की सूचना पर उमड़े गांव के लोग और मृतक के बारे में पूछताछ करती पुलिस।
बेटी ने मो. तनवीर पर लगाया पिता को गायब करने का आरोप

उधर, मृतक महमूद की बेटी गुलशफा का आरोप है कि मो. तनवीर ने ही पिता को गायब किया था। वो ही चाय पीने के बहाने पिता को बुलाकर ले गए थे। तनवीर और उसके पिता के बीच साला बहनोई का रिश्ता था। शनिवार को भी जमीन का कागजात दिखाने के नाम पर पिता को चाय के दुकान पर बुलाया था। गुलशफा ने तातारपुर थाने की पुलिस पर जांच में लापरवाही का आरोप लगाया है।

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प|ी ने थाने में दर्ज करवाई थी गायब होने की रिपोर्ट

बीते रविवार को मृतक महमूद की प|ी अंजुम ने ललमटिया थाने में उसके गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प|ी ने कहा था कि 16 मार्च की रात करीब रात 8 बजे पति मो. महमूद खाना खाने के बाद टहलने निकले थे। इसके बाद वो नही लौटे। थानाप्रभारी ने बताया कि मृतक के परिजनों के मुताबिक उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है और ना ही किसी पर शक है। मो. तनवीर ने बताया कि 20 साल से अलीगढ़ में रहता है। 15 मार्च को वह कबीरपुर गढ़ैया रिश्तेदार के यहां आया है। 16 मार्च को वह ललमटिया चौक पर चाय पी रहा था तभी मो. महमूद (रिश्ते मे बहनोई) आया और चाय पिलवाने की बात कही।