नवगछिया : अंगिका के साहित्यकार व इसी भाषा के ध्वनि वैज्ञानिक डॉ रमेश मोहन शर्मा आत्मविश्वास ने मंगलवार को एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि अंगिका भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल किए जाने को लेकर अंग क्षेत्र के चिरपरिचित मांग पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक आश्वासन दिया है. केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पत्र के आधार पर डॉक्टर आत्मविश्वास ने बताया कि सरकार ने कहा है कि अब तक कुल 22 भाषाओं को संविधान की आठवीं सूची में शामिल किया गया.

33 भाषाओं को इस सूची में शामिल करने के लिए सरकार के स्तर से कमेटी का गठन किया गया है. 33 भाषाओं में अंगिका का स्थान अग्रणी है. डॉक्टर आत्मविश्वास ने कहा कि अंगिका को आठवीं सूची में शामिल किए जाने तक अंग क्षेत्र के आमलोग कवि और साहित्यकारों का आंदोलन जारी रहेगा. डाक्टर आत्मविश्वास ने कहा कि अंगिका का भाषा साहित्य अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के मुकाबले ज्यादा समृद्ध और बेहतर है. हरेक विधाओं में रचनाओं की भरमार है.

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अंगिका भाषा ने कई ख्याति प्राप्त विद्वान साहित्यकार व भाषा वैज्ञानिक दिया है. इसके साथ ही अंग क्षेत्र व्यापक है. बिहार और झारखंड के बड़े भूभाग में लोग अंगिका बोलते हैं. इस आधार पर आठवीं सूची में शामिल होने का पहला हक अंगिका भाषा ही रखता है. डॉक्टर आत्मविश्वास ने कहा कि अंगिका भाषा को आठवीं सूची में शामिल किए जाने को लेकर सरकार के सकारात्मक रुख को देखते हुए अंगिका क्षेत्र के साहित्यकारों के साहित्य प्रेमियों में खुशी है. वह जल्द ही बड़े पैमाने पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर इस मांग को बुलंदी प्रदान करेंगे.