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नवगछिया : राहुल गांधी को हिरासत में लिए जाने की निंदा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संजीव कुमार सिंह ने निंदा करते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम तालिबानी है और यह लोक तंत्र के विरुद्ध है. मालूम हो कि वन रैंक-वन पेंशन की मांग को लेकर ज़हर खाकर आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक मृतक श्री रामकिशन गरेवाल के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करने अस्पताल पहुँचे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी जी को पुलिस ने ना सिर्फ मिलने से रोका बल्कि हिरासत में भी ले लिया. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह के अनुचित और अनैतिक कार्रवाई के विरुद्ध देश भर में आंदोलन चलाया जायेगा. श्री सिंह ने कहा कि तानाशाह मोदी इतना डर गए हैं कि हमारे सैनिक के परिवार वालो से राहुल जी को मिलने नहीं दिया और राहुल जी समेत सैनिको के परिवार वालो को भी गिरफ़्तार कर लिया. इस तरह की तानाशाही नहीं चलेगी. नरेन्द्र मोदी को शर्म आनी चाहिए कि अब सैनिक भी आत्महत्या करने लगे. क्या अब भी आपातकाल की घोषणा का इंतज़ार किया जा रहा है? सैनिकों के शौर्य के दम पर वोट माँगने वाले पूर्व सैनिकों की न सिर्फ पेंशन में कटौती कर चुके हैं बल्कि अब आत्महत्या करने की हद तक मजबूर किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस मृत पूर्व सैनिक के परिवार को हिरासत में ले लेती है। लेकिन अब चूँकि ये सारे पहलू कुछ लोगों के प्रभु के खिलाफ जा रहे हैं इसलिए अपनी प्रोफाइल पिक को कुछ दिन पहले सेना की डीपी बनाने वालों के सामने धर्म संकट आ गया है। बस, यही है छद्म देशभक्ति जहाँ मुद्दा प्रभु के लिए मुफीद न दिखाई देता हो। नेतृत्व महा ढोंगियों और पाखंडियों के हाथों में है और अब इसे साबित करने की भी कोई ज़रूरत नहीं रह गयी है। जुल्मी कब तक जुल्म करेगा सत्ता के हथियारों। चप्पा चप्पा गूँज उठेगा इंकलाब के नारों से। सैनिक सीमा पर गर्व और बहादुरी के साथ शहीद होता है। सैनिक सीमा के भीतर दुःख और हताशा के साथ खुदकुशी करे तो समझना चाहिए कि सरकार का इक़बाल मर चुका है।