खरीक : गंगा और कोसी नदी में उफान से तटीय इलाकों में बसे लोग बाढ़ की विभीषिका से जूझने लगे हैं. कोसी नदी में बाढ़ आने से बाढ़ का पानी कोसी पार लोकमानपुर पंचायत के चारों तरफ फैल गया है. अब लोकमानपुर पूरी तरह से टापू में तब्दील हो गया है. चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. लोकमानपुर के निचले इलाके के तकरीबन 35 से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बाढ़ का पानी घुसने से भीषण तबाही मची है. लोकमानपुर बालू टोला महादलित टोला में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है महादलित बाढ़ पीड़ित परिवार सड़क पर शरण लिए हुए हैं. प्रशासनिक स्तर से अभी तक लोकमानपुर में एक भी नाव नहीं चलाई जा सकी है जिससे लोग लोकमानपुर में फंसे हुए हैं.

– लोकमानपुर के लोगों को बाढ़ प्रभावित गांव से बाहर निकलने का एक ही प्राइवेट नाव का सहारा
– नाव पर चढ़ने पर ₹20 खर्च कर लोकमानपुर से बाहर निकल रहे हैं बाढ़ पीड़ित
– प्रशासनिक स्तर से एक भी नाव लोकमानपुर में अभी तक नहीं चलाई गई है

ग्रामीणों ने अपने स्तर से एक निजी नाव का परिचालन करवा रहा है. निजी नाव का हवाला देकर नाविक बाढ़ पीड़ितों से अप डाउन ₹20 प्रति बाढ़ पीड़ित के हिसाब से अवैध वसूली कर रहा है. ग्रामीणों के पास ₹20 नहीं है वैसे बाढ़ पीड़ितों का लोकमानपुर से बाहर निकलना मुहाल है वह अपने आप को चारों तरफ से बाहर से घिरे महसूस कर रहे हैं पैसे नहीं रहने के कारण ऐसे बाढ़ पीड़ित लोकमानपुर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. महादलित बाढ़ पीड़ितों को नौका पर बैठने नहीं दिया जा रहा है कुछ महादलित बाढ़ पीड़ितों ने बताया की एक नाव है उस पर सवारी करने वाले कई लोग हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में हम लोगों को नाव पर चढ़ने में भेदभाव किया जाता है हम लोग गरीब आदमी हैं हम लोगों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है ड्रम के सहारे सड़क से घर तक जाते हैं फिर ड्रम के सहारे सड़क तक आते हैं.

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नाव रहता तो जीवन जीना आसान हो जाता. लोकमानपुर के सिहकुण्ड आजाद नगर के लोगों की समस्या कम नहीं है.सिहकुण्ड में बड़ी मशक्कत के बाद बिजली पहुंची. 5 दिन पहले ट्रांसफार्मर भी लगा लेकिन मधेपुरा जिला के चौसा निवासी मानव विद्युत बल बागेश्वर मंडल लोकमानपुर से शाहकुंड के लिए विद्युत विच्छेदन कर देता है जिससे सिहकुण्ड का ट्रांसफार्मर चार्ज नहीं होने से बिजली पहुंचने के बावजूद भी अंधेरा छाया हुआ है. चारों तरफ बाहर से घिरे होने से सर्पदंश की संभावना प्रबल हो गई है.ऐसे में बिजली नहीं रहना और भी घातक बना हुआ है. लोकमानपुर के बाढ़ पीड़ितों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द अतिरिक्त बड़ी नाव परिचालन कराने की मांग की है. वही गंगा नदी के जलस्तर में उफान होने से गंगा में आई बाढ़ का पानी दियारा के ऊपरी इलाकों की ओर फैलने लगा है सैकड़ों एकड़ में लगी परवल की फसल बर्बाद हो गई है.

बाढ़ की विभीषिका की तबाही का मंजर किसानों के बर्बाद हो रहे परवल की फसल पर देखा जा सकता है. दियारा इलाकों में बाढ़ का पानी बढ़ने से सांसद बुलो मंडल के पैतृक गांव राघोपुर के ब्रह्म बाबा स्थान और झांव के समीप गंगा में आई बाढ़ का दबाव बढ़ने लगा है. मुखिया मनोरमा देवी उप मुखिया नारद मंडल नमामि गंगे जिला सचिव प्रमोद मंडल क्या कहना है अगर प्रशासन अभिलंब दबाव स्थल पर मरम्मतीकरण का काम शुरू नहीं करें तो बाहर आने पर भीषण तबाही मचाएगी. तटबंध ध्वस्त होने की स्थिति में बाढ़ का पानी भागलपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल के पैतृक गांव राघोपुर शंकरपुर अलालपुरअठगामा अठनिया नागरटोला ध्रुबगंज समिति प्रखंड के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस जाएगा और सड़कों पर परिचालन बंद हो जाएगा.

सलूइश गेट जर्जर

राघोपुर शंकरपुर के समीप सुनो इस गेट बीते कई सालों से जर्जर है. गंगा में उफान होने और बाढ़ के पानी का दबाव सलूइश गेट पर बढ़ जाने से भीषण तबाही की संभावना प्रबल हो जाती है इस बार भी अन्य वर्षो की भांति सोनू इस गेट ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है बाहर आने पर हर बार तैयारी होती है कि सलूइश गेट को मजबूत बना लिया जाएगा. लेकिन हर बार स्थिति ज्यों का त्यों बना रहता है इस बार भी जर्जर रहने से सियासी इलाकों में बाढ़ की संभावना काफी प्रबल हो गई है.

क्या कहते हैं अंचलाधिकारी

अंचलाधिकारी विनय शंकर पांडा ने कहा कि लोकमानपुर में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए नौका परिचालन के लिए नाव का प्रबंध किया जा रहा है. लेकिन अब तक नाव का प्रबंध नहीं हो सका है इसके लिए वरीय पदाधिकारियों को सूचना दी गई. पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.