नवगछिया : कोसी और सीमांचल में पिछले दिनों आयी आंधी पानी में क्षति हुए केले की फसल को लेकर किसान आक्रोशित हैं. गुरूवार को मधेपुरा के किसानों ने भटगामा सड़क के पास चक्का जाम कर दिया. इस प्रदर्शन में कोसी पार, ढोलबज्जा, कदवा, खैरपुर गांव के भी किसान शामिल हुए थे. इधर कदवा में इसी मुद्दे पर एक किसान महापंचायत बुलायी गयी. जिसमें निर्णय लिया गया कि मुआवजे की मांग को लेकर किसान 23 जून शनिवार को प्रदर्शन और सड़क जाम कर देंगे.

– किसानों ने लगायी महापंचायत, मुआवजा मिलने तक जारी रहेगी लड़ाई

– कोसी पार के केला किसानों की सैकड़ों एकड़ में लगी फसल हो गयी थी तबाह

– किसानों ने कहा कहा मिले डेढ़ गुना मुआवजा

इस मुद्दे पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता भूत पूर्व मुखिया अच्युतानंद सिंह ने किया तो संचालन सरपंच मुरारी यादव ने किया. महापंचायत का आयोजन अखिल भारतीय किसान महासभा के तत्वावधान में किया जा रहा था. इस अवसर पर कामरेड बिंदेश्वरी मंडल ने कहा कि किसानों के बीच फूट डालने का हमेशा से प्रयास किया जाता रहा है. एक एकड़ केले की खेती में कम से कम एक लाख रूपये का लगात आता है. कोसी पार की फसल पूरी तरह से तबाह हो चुकी है. इसलिए किसानों को कम से कम डेढ़ गुना मुआवजा मिलना चाहिए.

डेढ़ गुना अर्थात डेढ लाख रूपये प्रति एकड़ देने की घोषणा सरकार द्वारा किया जाय. कोसी पार के केला किसानों की हालत इन दिनों खास्ताहाल है. फसल तबाह हो जाने के कारण किसान पेट के बल हैं. कई किसान आंधी पानी में फसल तबाह होने के बाद से ही खाना पीना बंद कर चुके हैं. अगर एक भी किसान ने आत्महत्या जैसा कमद उठाया तो यह जिम्मेदारी सरकार होगी. सरकार को अविलंब मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए अन्यथा किसान सड़क पर उतरने को बाध्य हो जायेंगे.

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इस अवसर पर उपेंद्र साह, अर्जुन यादव, सुरेश प्रसाद साह, रविंद्र मिश्र, रामचरण मंडल, बढी शर्मा, पोगी मंडल, भटेश मंडल, विकास कुमार राय, दिनेश प्रसाद मंडल, राजेंद्र यादव, शैलेश कुमार मंडल, अनिल मंडल, कैलू राय, कारू यादव, दिलीप यादव, बल5राम यादव, मनोज मंडल आदि बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे.