PATNA : बिहार में कोरोनावायरस पर सतर्कता बरतते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है सरकार ने राज्य के सभी स्कूल कॉलेज और शिक्षण संस्थानों को 31 मार्च तक बंद कर दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल मीटिंग के बाद राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सरकार के तरफ से कोरोना वायरस को लेकर उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी है.

बिहार में किसी भी तरह के बड़े आयोजनों पर भी रोक लगा दी गई है. किसी भी तरह के कल्चरल प्रोग्राम और स्पोर्ट्स इवेंट पर भी पूरी तरह से 31 मार्च तक रोक लगाई गई है. सरकार ने सभी सरकारी विभागों के साथ-साथ राजधानी पटना के चिड़ियाघर को भी 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया है.

मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को भी सरकार ने बंद रखने का फैसला किया है. नीतीश सरकार इस विकल्प पर भी विचार कर रही है कि कार्यालयों में सरकारी कर्मियों को रोटेशन के तौर पर बुलाया जाये. सरकार का मकसद है कि सरकारी कार्यालयों में भी एक साथ बहुत ज्यादा कर्मी ना रहें.
बिहार में कोरोना वायरस को सबसे ज्यादा खतरा नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों में फैलने का है. इसे लेकर 4 निदेशक प्रमुख हो को निगरानी का जिम्मा दिया गया है. कोरोना को लेकर राज्य सरकार ने पहले से ही विशेष सतर्कता बरती है, लेकिन बावजूद इसके आशंका के मुताबिक अब को रोना ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. दिल्ली में पहले ही बड़े कदम सरकार उठा चुकी है और अब बिहार में भी कई बड़े कदम कोरोना से बचाव को लेकर उठाए जा रहे हैं.