धरने में ग्रामीणों की ओर से विभाग को 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया था कि अगर 10 दिन के अंदर कटाव नहीं रुकता है तो वे लोग उग्र आंदोलन करेंगे. 10 दिन बीत जाने के बाद भी जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी पूरी तरह से उदासीन है तो दूसरी तरफ रोज 1 किलोमीटर के दायरे में 1 मीटर से 2 मीटर तक कटाव हो रहा है और बड़ी तेजी के साथ उपजाऊ जमीन कोसी के गर्भ में समा जा रही है.
ग्रामीणों ने एक बार फिर पूरे मामले से खरीक उत्तरी के जिला पार्षद गौरव राय को अवगत कराया है. श्री राय ने कहा कि अब ग्रामीणों के सामने आंदोलन ही एकमात्र विकल्प बचा है. श्री राय ने कहा कि वह एक बार फिर जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों से बातचीत करेंगे. अगर कटाव निरोधी कार्य शुरू नहीं किया गया तो वह आंदोलन की तैयारी शुरू कर देंगे.