अब राज्य के प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत (क्लास एक से पांच तक) बीएड पास शिक्षकों को छह महीने का संवर्द्धन कोर्स करना पड़ेगा. जिसके लिए नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन ने देश भर के ऐसे बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों की छह महीने की ट्रेनिंग कराने की जिम्मेदारी एनआईओएस को दी है. जिसके बाद प्राथमिक स्कूलों में भी कार्यरत बीएड वाले शिक्षकों की डिग्री की मान्यता मिल जायेगी.

बता दें कि प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने के लिए डीएलएड डिग्रीधारी वाले शिक्षकों की मान्यता होती है. वहीँ बीएड किए हुए शिक्षक को छह माह का अलग से कोर्स करना पड़ता है. अभी पुर देश में करीब एक लाख बीएड डिग्रीधारी शिक्षक हैं जो प्राथमिक स्कूल में बहाल हैं, जिससे में से सिर्फ बिहार में अकेले 20 हजार शिक्षक है. इन शिक्षकों की डिग्री की मान्यता नहीं है.

नौ अक्तूबर से इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिये जायेंगे. इसकी औपचारिक घोषणा एक-दो दिन में की जायेगी. बताया जा रहा है कि राज्य के निजी और सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में बहाल 1.66 लाख शिक्षकों ने डेढ़ साल की ट्रेनिंग के लिए एनआईओएस में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. जिसमे सरकारी स्कूलों के करीब 43 हजार और प्राइवेट स्कूलों के 1.23 लाख शिक्षक ने आवेदन किया हैं.

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