नई दिल्ली। पश्चिमी चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया में एक अनोखी शादी हुई, जिसके सैकड़ों लोग गवाह बने। विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सोमवार को था, जिसमें बंदर रामू और बंदरिया रामदुलारी की शादी करवाई गई। खास बात यह है कि इस मौके पर रात को प्रीति भोज का भी आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोग पधारे। इस शादी के लिए करीब 300 निमंत्रण कार्ड बांटे गए थे। बेतिया के तीन लालटेन चौक निवासी उदेश महतो ने वर और वधू पक्ष के अभिभावक की भूमिका निभाई।

 शादी में रामू ने नीला और रामदुलारी ने गुलाबी जोड़ा पहना था। उदेश बताते हैं कि विवाह वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न हुआ, जिसके बाद प्रीति भोज का भी आयोजन किया गया था। उदेश को खुशी है कि उन्होंने यह विवाह कराया, लेकिन अफसोस इस बात का है कि बैंड-बाजे वालों के देरी से पहुंचने की वजह से वह बारात नहीं निकाल सके। उन्होंने बताया कि बैंड वालों के इंतजार में शुभ मुहूर्त निकल जाता।

 उन्होंने बताया कि रामू बंदर से उनकी मुलाकात करीब सात वर्ष पहले गोवर्धन पर्वत घूमने के दौरान हुई थी। वह उसे अपने घर ले आए और उसे अपने बच्चे की तरह पाला व पहले उसी की शादी कराने का फैसला किया। इसलिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व 2,500 रुपए में रामदुलारी बंदरिया को खरीदा। उदेश बताते हैं कि उनकी शादी के कार्ड भी छपवाए गए थे। शादी में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित 300 लोगों को बुलाया गया था