नारायणपुर: नवगछिया पुलिस जिला में भूमि विवाद से किसान इस कदर तंग हो गए हैं कि अब आत्मदाह करने जैसे फैसले लेने लगे हैं। मंगलवार को नारायणपुर के बलाहा गांव में ऐसा ही एक मामला सामने आया। यहां के किसान दिवाकर सिंह ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर सुबह आठ से नौ बजे के बीच पूरे परिवार के साथ आत्मदाह करने का फैसला लिया है। जगह अभी तय नहीं किया है। किसान ने इसकी लिखित सूचना संबंधित अधिकारी को दी है। यह खबर मंगलवार को पूरे इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गई।
किसान दिवाकर ने बताया कि तीन बीघा पुश्तैनी जमीन को लेकर परिवार के ही अन्य सदस्यों से पिछले 18 सालों से विवाद चल रहा है। परिवार के शैलेंद्र कुमार सिंह, गीता देवी, शैलगी सेन उर्फ जूली, सुजीत कुमार सिंह द्वारा उसकी जमीन को जबरन हड़प लिया गया है। शैलगी सेन उर्फ जूली बिहार सरकार में भूमि सुधार या राजस्व विभाग में अधिकारी है। इस कारण न्याय नहीं मिल पा रहा है।
विवाद के निपटारे के लिए सभी विभागों में अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया। लेकिन मामले को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। तंग आकर अपनी प}ी बेबी देवी, पुत्री वैष्णवी मौर्या, वंशराज मौर्या, हंसराज मौर्या और लावण्या मौर्या के साथ आत्मदाह करने का फैसला ले लिया। किसान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भागलपुर डीएम, डीआइजी, नवगछिया एसपी, एसडीओ, सीओ समेत अन्य अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। इस बारे में नारायणपुर सीओ रामजपि पासवान और भवानीपुर ओपी प्रभारी नीरज कुमार ने कहा कि मुङो ऐसी कोई जानकारी नहीं है।