आप सभी लोग सोंच रहें होंगे कि दीवाली को कुछ खास तरीके से मनाया जाये। आप सही सोंच रहें इस बार की दीवाली कुछ नहीं बल्कि विशेष महत्व वाली है, क्योंकि इस बार बन रहा है ग्रहों का ऐसा योग जो 59 वर्ष पूर्व यानि 1957 में बना था। अबकी बार 30 अक्टूबर को दीवाली मनाई जायेगी। उस समय भचक्र में सूर्य नीच का, शुक्र व शनि वृश्चिक राशि में, एंव गुरू कन्या राशि में गोचर करेगा। 31 अक्टूबर से मंगल उच्च का हो जायेगा। आईये जानते है दीवाली के शुभ अवसर पर विभिन्न राशियों पर ग्रहों का क्या प्रभाव पड़ेगा ?

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मेष– इस राशि के लोगों के सप्तम भाव में चन्द्रमा गोचर करेगा एंव साथ में नीच का सूर्य रहेगा। चन्द्रमा चतुर्थेश होकर सप्तम भाव में एंव सूर्य पंचमेश होकर सातवें भाव में बैठा है। चन्द्रमा आपको उत्साहित करेगा। लेकिन सूर्य दिमाग भ्रमित करकर हानि पॅहुचा सकता है। इसलिए जुयें में ज्यादा धन लेकर न बैठें।

वृष-छठें भाव में बैठे सूर्य व चन्द्र आपके विराधियों को षडयन्त्र करने का मौका दे सकते है। अतः दीवाली के त्यौहार में अपने समान की सुरक्षा रखें अन्यथा सेंधमारी हो सकती है। कुछ लोगों को जुयें में जीत भी मिल सकती है। बच्चों को पटाखों से दूर रखें वरना हानि हो सकती है।

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मिथुन-धनेश पंचम भाव में बैठा है, इसलिए जो लोग इस दीवाली में जुआॅ खेलेेंगे उन्हें लाभ की सम्भावना है बशर्ते धैर्य और दिमाग का बेहतर प्रयोग करना होगा। लाभेश सूर्य भी पंचम भाव में स्थित है, जिस कारण ज्यादा लालच में फॅसना उचित नहीं है। छठें भाव में शनि व शुक्र की युति आपको बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगी

कर्क-लग्नेश व धनेश चैथे भाव में स्थित है। इनकी युति से कुछ लोगों पर माॅ लक्ष्मी की विशेष कृपा बरस सकती है। इस समय पूरे मन से की गई प्रार्थना स्वीकार होगी। बच्चों के स्वास्थ को लेकर सर्तक रहें। जुआॅ खेलने वाले लोग अपने उत्साह पर कंट्रोल रखें।

सिंह-पंचमेश सूर्य नीच का होकर तृतीय भाव में बैठा है। जिस कारण कुछ लोगों को निर्णय लेने में दिक्कत होगी। जल्दबाजी में किये कार्य बिगड़ सकते है। चैथे भाव में शुक्र व शनि की युति आपके परिवार में खुशियाॅ लायेगी। जुआॅ खेलने वाले लोग लालच में फॅसकर अपना धन गवाॅ सकते है।

कन्या-आपका लग्नेश सूर्य व चन्द्रमा के साथ दूसरे भाव में स्थित है। परिवार में थोड़ी तनाव की स्थिति बन सकती है। आप-अपनी वाणी में सौम्यता व धैर्य बनायें रखें। शुक्र धनेश होकर तृतीय भाव में शनि के साथ बैठा है। आप-अपने बल बुद्धि के दम पर धन का अर्जन कर सकते है

तुला-इस राशि वाले लोगों के प्रथम भाव में नीच का सूर्य व चन्द्रमा स्थित है। कुछ लोगों के दिमाग पर नकारात्मक उर्जा हावी रह सकती है। इसलिए सोंच विचारकर ही निर्णय लें। धनेश मंगल तीसरे भाव में बैठा है। जिस कारण कुछ लोगों को जुयें से थोड़ा बहुत लाभ मिल सकता है

वृश्चिक-आपके लग्न भाव में शनि व शुक्र की युति है। शनि बेवजह के तनाव उत्पन्न करेगा है और शुक्र आपकी इच्छाओं की पूर्ति करायेगा। इस समय आपको सहनशीलता का परिचय देना होगा। लाभेश बुध शुभ स्थिति में है, इसलिए जुयें खेलने से कुछ लोगों को थोड़ा लाभ हो सकता है।

धुन-आपके 12वें भाव में शनि व शुक्र की युति है एंव लग्न में मंगल बैठा है। इस कारण कुछ लोगों को पटाखों से चोट-चपेट लग सकती है। खासकर अपनी आॅखों का विशेष खयाल रखना होगा। लाभ भाव में सूर्य, चन्द्र की युति है, इसलिए जुआॅ खेलने से बचना होगा अन्यथा धन की हानि हो सकती है।

मकर-आपके लाभ भाव में शुक्र व शनि रहेगा। लग्नेश लाभ भाव में होने से आपको अपनी बुद्धि के बल पर फायदा हो सकता है। जुयें खेलने वाले व्यक्तियों को लाभ की उम्मीद है लेकनि ज्यादा लालच में न पड़े। घर के बच्चों को आग से दूर रखें वरना हानि हो सकती है।

कुम्भ-आपके भाग्य भाव में सूर्य व चन्द्र की युति है। जिस कारण कुछ लोगों का भाग्य पक्ष बलवान होकर शुभ फल देगा। विदेश यात्रा जाने के इच्छुक जाताको की मुराद पूरी हो सकती है। जो लोग जुॅआ खेलना चाहते है, वह अपनी पत्नी से धन उधार लेकर खेले तभी लाभ मिल सकता है।

मीन-लग्नेश गुरू छठें भाव में रहेगा। जिस कारण कुछ लोगों को विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण बना रहेगा। कुछ ऐसा न करें जिससे आपकी साफ-सुथरा छवि धूमिल हो। लाभेश शनि भाग्य भाव में एंव सुर्य, चन्द्र अष्टम भाव में बैठा है। दीवाली पर जुआॅ खेलने वाले व्यक्ति पहली पारी में जीतेंगे उसके बाद हार का दौर शुरू हो सकता है। इसलिए जो मिल जाये उसे लेकर उठ जायें इसी में भलाई है।

पप्पू पाठक