अगर आपको कोई भी दर्द है जैसे घुटनों का दर्द, कमर का दर्द, कंधे का दर्द, जोड़ो का दर्द या गठिया. इसकी बहुत अच्छी दवा है लोकी, हल्दी और सोंफ. लोकी ले लो 100 ग्राम, हल्दी ले लो 100 ग्राम और सोंफ ले लो 100 ग्राम और तीनो को पत्थर से पिस के बना लो पाउडर हल्दी तो पीसी हुई आ जाती है इसमें सोंफ और लोकी पीस लो और इसको पीस के अब इसको खाए.

एक चमच्च दवा खानी है सुबह गर्म पानी के साथ नाश्ता करने के एक घंटे भर पहले. लगातार तीन महीने गर्म पानी के साथ ले लो गठिया बिलकुल ठीक हो जायगी. इसकी एक और दवा है वो भी बहुत अच्छी है वो सिर्फं गठिया के लिए है, हर्सिंगार एक पेड़ होता है इस को पहचानना बहुत आसान है इसके उपर सफेद रंग के छोटे छोटे फुल लगते है और इस फुल में खुशबू बहुत होती है और इसकी डंडी हमेशा नारंगी या लाल रंग की रहती है, जिसे केसरिया रंग भी कहते है इसके फुल सवेरे सवेरे जमींन पर पड़े हुए मिलते है, रात को फुल खिलेंगे और सवेरे जमीं पर गिर जायंगे. ये पहचान है हरसिंगार के पेड़ की.

हर्सिंगार के पांच पत्ते ले और पांचो पत्ते पीस के चटनी बना ले और आधा चम्मच चटनी उसको एक गिलास पानी मे रख के अच्छे से गर्म कर ले इतना गर्म कर देना की पानी आधा हो जाये और फिर इसको ठंडा कर लेना और ठंडा कर के पी लेना है और ध्यान रहे सवेरे खाली पेट लेना. जिनको 20-20 साल से गठिया की बीमारी है दो-तीन महीने मे ठीक हो जाएगी. यह बहुत अच्छी दवा है इसको राजीव भाई ने बहुत लोगो पर अजमाया है

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इससे और एक बड़ी बीमारी ठीक होती है जब किसी के घुटने घिस जाते है और डॉक्टर कहता है नये घुटने लगवाओ, कोई जरुरुत नहीं है नए घुटनों की, और वो घुटने सफल भी नहीं है, देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपाई ने करवाए थे, आपको मालूम ही है कि आज वो किस हालत में है, एक कदम भी नहीं चल सकते. हर्सिंगार के पत्ते का पानी पियो पुराने घुटने काम आना शुरू हो जायंगे, तरीका वही है पांच पत्ते पत्थर मे पीसकर चटनी बनाओ, एक गिलास पानी मे गर्म करो और पानी आधा हो जाएगा फिर बूढ़े लोग है जिनको चलने मे बहुत तकलीफ होती है चलने मे क्यूंकि घुटनों का दर्द ज्यादा है उनको सबसे अच्छी दवा है