भागलपुर : किस्सा एक परिंदे से दिल की लगी की है और परिंदे से विरह की वेदना इस कदर, कि घरवालों ने उसके जाने के बाद से दिनभर खाना-पीना ही छोड़ दिया. सोमवार दिनभर तोते पीहू की तलाश होती रही. पीहू जब फिर भी न मिला, तो रिक्शे पर अलाउंसमेंट करवाया गया, लेकिन वह न मिल सका. घटना भागलपुर के मुंदीचक मोहल्ले की है.

डेढ़ साल पहले ही आनंद कुमार ने पीहू (तोता) को अपने घर का हिस्सा बनाया था. कुछ ही दिनों में घरवालों को मासूम पीहू से इस कदर लगाव हो गया कि, वह उनके हर सुख-दुख का साथी बन बैठा. रिश्ते की पहचान इस कदर कि, पीहू घर के हर शख्स को उसके नाम से बुलाता और उसके आने-जाने के समय तक का खयाल रखता.

बेटे की तरह पाला है, अब भी उसके लौट आने की है आस
आनंद कुमार ने बताया कि, पीहू उनके घर के सदस्य की तरह तो है ही, बेटे की तरह खयाल रख उसकी परवरिश भी की. हालात यह है, कि घर की मालकिन चंदा देवी ने पीहू के जाने के बाद से दिनभर खाना-पीना ही छोड़ दिया. आनंद कुमार सुबह के समय ही उसे अपने घर की छत पर लेकर गये थे, जहां पीहू किसी बिल्ली के डर से उड़कर आस-पास से ही भटक गया.

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रविवार की सुबह भागलपुर मुंदीचक के आनंद कुमार के घर से गुमशुदा हुआ डेढ़ साल का तोता पीहू अब फेसबुक और वाट्सएप पर मैसेज कर शुरू हुई पीहू की तलाश : चंदा देवी ने बताया कि, वह घर से भटक कर आसपास कही गया होगा. दिनभर शहर के कई इलाके में रिक्शे से अलाउंसमेंट कर उसकी तलाश की गयी, लेकिन पीहू का कुछ भी पता नहीं चला. अब पीहू की तलाश के लिए फेसबुक और वाट्सएप के जरिये लोगों को मैसेज डालकर उसकी वापसी की कोशिश की जा रही है. लेकिन, साथ ही उन्हें यह भी डर है, कि कहीं पीहू किसी ऐसे आदमी के हाथ न लग जाये, जहां से उसकी वापसी मुश्किल हो.

बात सच भी है, इन कुछ चंद शब्दों की तरह-
भरे तो कैसे परिंदा भरे उड़ान कोई, नहीं है तीर से खाली यहां कमान कोई .