भागलपुर : भागलपुर जिले के पीरपैंती में दो माह पहले सोशल मीडिया पर फोटो डालने से नाराज एक लड़के ने बुधवार की शाम अपने ही गांव के छात्र को पहले गोली मारी, फिर गला रेतकर हत्या कर दी और शव को घर से आधा किलोमीटर दूर बांस बीटा के किनारे फेंक दिया।

वारदात का खुलासा गुरुवार को वायरल ऑडियो से हुआ। घटना इशीपुर के श्रीनगर गांव की है। गंगा ग्लोबल में पढ़ने वाला सातवीं का छात्र नंदकिशोर कुमार उर्फ गोलू (13 वर्ष) बुधवार शाम से गायब था। परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। गुरुवार सुबह वायरल ऑडियो को सुनकर किसी ने गोलू के घर फोनकर घटना की जानकारी दी। इसके बाद लोग बांस बीटा पहुंचे। वहां उसके पिता रजनीश पाण्डेय ने गोलू के शव की पहचान की।

ग्रामीणों ने घेरा हत्यारोपी का घर
हत्या की खबर मिलने के बाद ग्रामीणों ने हत्यारोपी शिवम पाण्डेय उर्फ गोलू उर्फ टाइगर का घर घेर लिया। स्थिति बिगड़ने पर किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पीरपैंती, बुद्धुचक और शिवनारायणपुर थाने की पुलिस पहुंची। हत्यारोपी घर में ही छिपा था, जिसे लोग बाहर निकालने का दबाव बना रहे थे।

Whatsapp group Join

जब पुलिस घर में प्रवेश की, तो शिवम घर के छज्जे पर चढ़कर अपनी कनपट्टी पर लोडेड कट्टा तान कर खुदकुशी करने की धमकी देने लगा। किसी तरह पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

रजनीश पाण्डेय की तहरीर पर पुलिस ने शिवम उसके दोस्त बमबम पाण्डेय सहित 2-3 अज्ञात पर मामला दर्ज किया है। बमबम फरार है। थानाध्यक्ष ने बताया कि फरार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। वायरल ऑडियो में शिवम कह रहा है कि उसने गोलू की हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया है।

हत्यारे ने 4 दिन पहले ही बुन लिया था ताना-बाना
इशीपुर बाराहाट के श्रीनगर गांव में गंगा ग्लोबल पब्लिक स्कूल के कक्षा सात के छात्र नंदकिशोर पाण्डे उर्फ गोलू पाण्डे की निर्मम हत्या के बाद गांव के लोगों में गिरफ्तार हत्यारोपी शिवम पाण्डेय उर्फ गोलू उर्फ टाइगर के खिलाफ काफी गुस्सा है। वारदात का खुलासा होने के बाद लोगों ने जिस तरह हत्यारोपी का घर घेर लिया था, वह ताजा बानगी है।

गिरफ्तार हत्यारे ने पुलिस को बताया कि चार दिन पहले छात्र की हत्या करने का तानाबाना बुन लिया था। इसके बाद उसे रास्ते हटाने के लिए बुधवार शाम करीब 3 बजे उसके घर गांव के ही बमबम को भेजकर धोखे से बुलाया था। पीछे बगीचा में ले गया, जहां उसे कहा सुनी हुई इसके बाद उसके सिर पर गोली मारी। फिर भी जब नहीं मरा तो, घर से धारदार हथियार लेकर गला रेत दिया। हथियार को बगीचे के नाला में फेंककर पुआल से ढक दिया।

रात में 9 बजे आधे शरीर में सीमेंट की बोरी पहनाकर बाइक पर रखकर साधु मठिया पोखर के समीप ले जाकर फेंक दिया। बताया जाता है कि घटनास्थल के बगल में जेसीबी चल रहा था, इस वजह से गोली की आवाज लोगों तक नहीं पहुंची। घटना के खुलासे के बाद लोगों को संदेह था कि शिवम ही इस घटना को अंजाम दिया है। कुछ दिन पूर्व विवाद भी हुआ था, जिसमें आपसी पंचायती भी हुई थी। हत्यारोपी का घर घेरने के दौरान ग्रामीण आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग प्रशासन से कर रहे थे।

हत्या के कारणों को तलाशने में जुटी पुलिस
छात्र के पिता ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा गंगा ग्लोबल स्कूल प्यालापुर में 7वीं क्लास में पढ़ता था। कुछ दिन पूर्व आरोपी ने मुझे धमकी दिया था कि बेटे को समझा लो, नहीं तो गलत अंजाम भुगतना पड़ेगा। सोशलमीडिया पर फोटो डालता है। हालांकि हत्या के कारण का सही पता नहीं चल पाया है। अनहोनी के डर से 9 फरवरी से ही छात्र के पिता ने बेटे को स्कूल जाना बंद कर दिया था।

शव मिलने से पहले ऑडियो हुआ वायरल
शव मिलने से पहले वारदात की ऑडियो वायरल हुई। उसमें आरोपी गांव के ही एक युवक से बातचीत कर रहा था। जिसमें आरोपी बोल रहा है कि रात में ही हत्या कर शव को फेंक दिया। घर में हम फंस गए हैं, भाग नहीं पा रहे हैं। इस बातचीत की ऑडियो भी पुलिस को मिल चुकी है। पुलिस ने आरोपी के दरवाजे से एक ग्लैमर बाइक भी बरामद किया है, जिसका नंबर बीआर-10-जे-6026 है, जिस पर बाबा लिखा है।

घटना में प्रयुक्त कट्टा व हथियार बरामद
थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा ने बताया कि आरोपी व छात्र के बीच कुछ पूर्व में विवाद हुआ था। गलत अंजाम भुगतने की धमकी भी दिया था। दो नामजद व अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है और भी कई युवकों की संलिप्तता है, जांच चल रही है। हत्यारोपी के पास से कट्टा, दो जिंदा कारतूस और उसकी निशानदेही पर उसके घर के पीछे पुआल में छिपाया हुआ धारदार हथियार भी बरामद कर लिया गया है। खून के सैंपल भी सबूत के तौर पर लिए गए हैं।

रो-रोकर बेहाल हैं मा-पिता और घरवाले
घटना के बाद पिता रजनीश पांडे उर्फ भुआ पांडे, मां सावित्री देवी,भाई विभीषण पांडे, अभिनंदन पांडे, दादा रामजन पांडे, दादी मीना देवी का रो-रोकर बेहाल थे। छात्र बहुत ही होनहार था। पढ़ाई के साथ-साथ घर का भी पूरे कार्य का निपटारा करता था। मां घर में बदहवास पड़ी थी।