एसिड अटैक की पीड़ित छात्रा की हालत में खास सुधार नहीं हो सका है। वाराणसी में इलाजरत छात्रा के पिता ने फोन पर बताया कि वह ठीक से बोल नहीं पा रही है। डॉक्टर भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। छात्रा के पिता का कहना है कि डॉक्टर ने फिलहाल एक महीने तक स्थिति देखने के बाद ही कुछ बताने के बारे में कहा है। .

पीड़िता के परिजनों का कहना है कि वह जब भी कुछ बोलती है तो अपने परिवार के सदस्यों के बारे में पूछती है। भागलपुर में उसके चाचा-चाची ने बताया कि दिन में कई बार पीड़िता के बारे में वे फोन से जानकारी लेते हैं। चाचा ने बताया कि वह परिवार के सभी सदस्यों के बारे में जानने की कोशिश करती है। नहीं बोल पाती है तो इशारे से भी पूछती है। .

एसिड अटैक की पीड़िता का हाल जानने के लिए उसके अलीगंज स्थित घर पर लगातार लोग आ रहे हैं। पुलिस की सुरक्षा में रह रहे छात्रा के चाचा ने बताया कि कई संगठनों से जुड़े लोग हाल जानने और मदद के आश्वासन के साथ उनसे मिलने आ चुके हैं। उनका कहना है कि कई लोग व्यक्तिगत तौर पर भी मदद करने की बात कह गये हैं। .

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दोषियों को सजा दिलाने के लिए लॉ के छात्रों ने किया मार्च: एसिड अटैक को लेकर गुरुवार को टीएनबी लॉ कॉलेज के छात्र सड़क पर उतर आए और दोषियों के लिए फांसी की मांग करने लगे। मार्च का नेतृत्व कर रहे कॉलेज छात्र संघ के सचिव अनुराग कुमार और विवि प्रतिनिधि अविनाश झा ने मांग की कि छात्रा पर जिन लोगों ने एसिड से अटैक किया है, उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिए। मार्च में धर्मराज और अन्य कई छात्र शामिल हुए। .

जिला विधिक सेवा प्राधिकार, भागलपुर के क्रिमिनल इंज्यूरीज कॉम्पेन्सेशन बोर्ड की बैठक गुरुवार को हुई। इसमें एसिड पीड़िता को तत्काल सहायता के रूप में एक लाख रुपये का चेक देने का निर्णय लिया गया। प्राधिकार की सचिव सुलेखा झा ने चेक निर्गत किया। बोर्ड के समक्ष जिला न्यायाधीश अरविंद पाण्डेय द्वारा एक लाख का चेक एसिड पीड़िता के भाई को दिया गया। भाई को भरोसा दिलाया गया कि बिहार विक्टिम कॉम्पेन्सेशन स्कीम के तहत आगे भी मदद किया जाएगा। बैठक में जिला न्यायाधीश, जिलाधिकारी, वरीय आरक्षी अधीक्षक व शल्य चिकित्सक प्रभारी आदि मौजूद थे। .

आनंद पब्लिक स्कूल की छात्राएं एसिड अटैक की पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए गुरुवार को सड़क पर उतरीं। प्राचार्य नवज्योति रंजन वर्मा के नेतृत्व में छात्राओं ने मूक प्रदर्शन किया। इस दौरान मुंह पर काली पट्टियां बांध घटना पर विरोध जताते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। ऐसी घटना को रोकने के लिए प्रशासन को कड़ा एक्शन लेना चाहिए। मौके पर अर्पिता, सुकृति, ईशा, जुबैरिया, पंकज, रामबालक, रोजी, कोमल आदि मौजूद थीं।

एसिड अटैक की घटना के विरोध में अधिवक्ता संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में वकीलों ने गुरुवार को कचहरी परिसर में धरना प्रदर्शन किया।

इस दौरान अधिवक्ताओं ने पीड़ित के परिजनों को नि:शुल्क कानूनी सहायता देने की बात कही। अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस-प्रशासन की लापरवाही की वजह से ही इस तरह की घटना शहर में घटी। धरना प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं का कहना था कि छात्रा पर एसिड अटैक की घटना की जितनी भर्त्सना की जाये कम है। पीड़िता के परिजनों को आर्थिक सहायता करने में देरी होने पर भी प्रशासन पर सवाल उठाये गये। .

अधिवक्ताओं के इस धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता अधिवक्ता राजीव कुमार झा ने की। उनके अलावा मृगेंद्र कुमार, सृष्टि नाथ झा, मो. सलाम अंसारी, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. अविनाश कुमार व शेखर कुमार मौजूद थे। .