भागलपुर : आनंद विहार टर्मिनल से चलकर भागलपुर आ रही 12368 डाउन विक्रमशिला एक्‍सप्रेस के के सेकंड एसी कोच ए-वन में बुधवार की सुबह यात्रियों के एक लाख से अधिक मूल्य का सामान और नकदी की चोरी हो गई। मोकामा में ट्रेन के कोच ए-वन में चढ़े 10 से 12 की संख्या असमाजिक तत्व आधा दर्जन यात्रियों का ट्रॉली बेग, लैपटॉप और अन्य सामान लेकर हाथीदह-बड़हिया स्टेशनों पर उतर गए। जब यात्रियों ने सामान नहीं देखा तो हल्ला मचाना शुरू कर दिया। यात्रियों का शोर सुनकर कोच अधीक्षक पहुंचे। यात्रियों ने लिखित ट्रेन अधीक्षक और जीआरपी से लिखित शिकायत की है। सभी पीडि़त यात्री भागलपुर के हैं।

विक्रमशिला एक्सप्रेस डेढ़ घंटे लेट चल रही थी। मोकामा स्टेशन से ट्रेन 10.7 बजे खुली। ट्रेन के खुलते ही ए-वन कोच में 10-12 की संख्या में लोग सवार हो गए। सभी के पास कोई सामान नहीं था। कोच में सफर कर रहे ज्यादातर यात्री सोए हुए थे और कुछ आपस में बातचीत कर रहे थे। इस बीच 10.15 में ट्रेन हाथीदह स्टेशन पर रुकी। जब यहां से ट्रेन खुली तो सीट संख्या-30 पर सफर कर रही जेएलएनएमसीएच में मेडिकल की छात्रा अंकिता कुमारी ने अपना बेग नहीं देखा और बगल के यात्रियों से पूछने लगी।

इसके बाद बर्थ संख्या 29 पर सफर कर रहे अरुण कुमार, बर्थ संख्या 50, 52 पर पत्नी के साथ सफर कर रहे जयप्रकाश साह भी अपना बैग और सामान खोजने लगे। तब तक ट्रेन बड़हिया से खुल गई थी। अरुण कुमार और जयप्रकाश दौड़कर कर गेट के पास पहुंचे तो गेट पर खड़े यात्रियों ने बताया कि बड़हिया में तीन लोग बेग और ट्रॉली बेग लेकर उतरा है। इसके बाद केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ के अध्यक्ष विष्णु खेतान से पीडि़त यात्रियों ने संपर्क किया। जहां, यात्रियों को भागलपुर रेल थाना में यात्रियों को लिखित शिकायत देने की बात कही।

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मेडिकल छात्रा के बेग में किताब और नकदी

भागलपुर स्थित जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही 2017 बैच की छात्रा अंकिता कुमारी ने बताया कि उसके बैग में मेडिकल की किताबें और नकदी था। वहीं, पत्नी के साथ सफर कर रहे जयप्रकाश साह के बेग में कीमती कपड़े और जेवरात थे। वह दिल्ली से बेटे से मिलकर आ रहे थे। वहीं, अरुण कुमार के बेग में नकदी, कपड़े और जरूरी कागजात थे। यात्रियों ने बताया कि पटना तक सामान सुरक्षित था। पटना से ट्रेन खुलने के एक घंटे बाद सभी बर्थ पर आराम कर रहे थे। इस बीच आंख लग गई।

29 मई को भी हुई थी चोरी, फिर भी पुलिस लापरवाह

21 दिन पहले 29 मई को भी विक्रमशिला एक्सप्रेस के सेकंड एसी कोच में यात्रियों के बैग उतारने की घटना हुई थी। उस दिन भी घटनास्थल हाथीदह-बड़हिया ही था। रेल पुलिस की लापरवाही के कारण आए दिन एसी कोच में असामाजिक तत्व सवार होते हैं और यात्रियों कासामान गायब करते हैं।

ट्रेन में नहीं थे जवान

वीआइपी ट्रेन होने के बाद भी ट्रेन में सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा। कई बार छिनतई, चोरी की घटनाएं हो चुकी है इसके बाद भी यात्रियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। दिन की ट्रेन होने के कारण ट्रेन में स्कॉर्ट नहीं थी। इसका फायदा उठाकर असामाजिक तत्वों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया।

बड़हिया पीपी अध्यक्ष अखिलेश्वर शर्मा ने कहा कि 29 मई की घटना के बाद बड़हिया स्टेशन पर एसी कोच में किसी को सवार होने नहीं दिया जा रहा है। बुधवार को भी स्टेशन पर एसी कोच में न कोई चढ़ा और न कोई उतरा।