बिहार में कोरोना संक्रमण अब तेजी से पांव पसारना शुरू कर चुका है. सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने भी इस बात का ऐलान कर दिया है कि प्रदेश में कोरोना के तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. जिसके बाद अब अधिक सर्तक रहने की जरुरत है. बिहार में करीब साढ़े चार माह बाद मंगलवार को 47 नये कोरोना संक्रमित पाए गए. जिनमें 28 मरीज केवल पटना में ही मिले हैं. पटना की हालत अब गंभीर होती जा रही है.

देशभर में अभी कोरोनावायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर दशहत का माहौल बना हुआ है. भारत के कई राज्यों में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज मिले हैं. लेकिन बिहार में अभी तक ओमिक्रॉन का एक भी मामला नहीं पाया गया है. लेकिन वर्तमान में हालात इस तरह गंभीर होते जा रहे हैं कि अगर इसे हल्के में लिया गया तो आगे का दृश्य बेहद भयावह हो सकता है. पिछले 2 लहरों में बिहार में उस पीड़ा को झेला भी है. राजधानी पटना में अभी डेल्टा प्लस के मामले सामने आ रहे हैं. सूबे में कोरोना से मौत के मामले भी अब सामने आने लगे हैं.

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो डेल्टा प्लस बेहद घातक होता है. अभी ओमिक्रॉन ने बिहार में दस्तक नहीं दी है, ये सोचकर लापरवाह हो जाना कहीं से सही नहीं है. डेल्टा प्लस के कारण संक्रमण के आंकड़े लगातार ऊपर भाग रहे हैं और ये बड़े खतरे का संकेत है. इसलिए मरीजों की संख्या में इजाफा बेहद चिंताजनक है. बता दें कि हाल में ही स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम और डब्लूएचओ के अधिकारियों ने पटना के कई इलाकों का सर्वे किया था. जिसके बाद प्रशासन को रिपोर्ट भेजी गयी जिसमें बताया गया है कि लोगों की लापरवाही बेहद भारी पड़ सकती है.

बता दें कि बिहार में पिछले 24 घंटे में करीब दोगुना कोरोना मरीज बढ़ गये हैं. सोमवार को 26 पॉजिटिव मिले थे लेकिन मंगलवार को 47 नये मरीज पाए गये. पटना, गया व मुंगेर में सबसे अधिक संक्रमित हैं. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़े के अनुसार प्रदेश में कुल 155 सक्रिय केस हैं. पटना में अभी 76 सक्रिय मरीज हैं. वहीं गया में 28 तो मुंगेर में 16 सक्रिय मामले हैं.

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