बिहार में शनिवार तक कुल 15885 सैम्पलों की जांच की गई। जिसमें से अब तक 239 लोगों में कोरोना के वायरस मिले हैं। वहीं 45 मरीज ठीक होकर अपने अपने घरों को लौट चुके है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में अब भी 191 कोरोना के एक्टिव केस है। वहीं, बिहार में विभिन्न अस्पतालों में 116 मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है। जबकि जिला स्तरीय अस्पतालों में 191 व्यक्तियो को आइसोलेशन में रखा गया है। कोरोना को लेकर हर स्तर पर निगरानी की कार्रवाई की जा रही है।

शनिवार को भी मिले कई केस :

बिहार के कैमूर में पांच और पटना में दो सहित कुल 16 मरीजों की पहचान कोरोना संक्रमित के रूप में शनिवार को की गई। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सभी मरीजों के कोरोना पीड़ित होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सभी अलग अलग संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण कोरोना के मरीज हुए हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को तीन रिपोर्ट जारी किए। जानकारी के अनुसार पहली रिपोर्ट में पांच मरीजों में रोहतास के दो, आरा के एक, सारण के एक, अरवल के एक मरीज की पहचान की गई। वहीं दूसरी रिपोर्ट में कैमूर के 5, बक्सर के 4 और पटना के एक मरीज को कोरोना पीड़ित पाया गया। तीसरी रिपोर्ट में पटना के ही एक अन्य मरीज की पहचान की गई।

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इस प्रकार शनिवार को अबतक 7 जिलों में कुल 16 मरीजों को कोरोना पीड़ित पाया गया। इनमें पटना व रोहतास में 2-2, आरा, सारण, अरवल में एक-एक, कैमूर में 5 और बक्सर में 4 मरीजों को कोरोना संक्रमित पाया गया। सूत्रों के अनुसार आरा के भलुहीपुर में एक 20 वर्षीय महिला को पीड़ित पाया गया। वहीं, अरवल के कुर्था निवासी 55 साल के पुरुष, सारण के रिविलगंज निवासी पुरुष, कैमूर के पुलिस लाइन स्थित 4 पुरुष और चैनपुर में एक 42 साल के पुरुष को कोरोना पीड़ित पाया गया। वहीं, पटना के खाजपुरा निवासी 35 और 24 साल के दो युवकों को कोरोना पीड़ित पाया गया।

दिल्ली में कोरोना मरीजों के प्लाज्मा थेरेपी के उत्साहजनक परिणाम के बाद बिहार में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल करने की योजना बनाई गई है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने शनिवार को बताया कि बिहार सरकार की ओर से भी इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से पटना एम्स में कोरोना मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देने की इजाजत मांगी गई है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी को लेकर विचार किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्घि हो रही है। गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमितों के प्लाज्मा थेेेरेपी से इलाज के उत्साहनक परिणाम सामने आए हैं। यही कारण माना जा रहा है कि बिहार सरकार भी इस थेरेपी से कोरोना संक्रमितों के इलाज की योजना बनाई है।

input: Newspaper