नवगछिया : कोसी नदी में जलस्तर के वृद्धि के साथ ही सिंहकुंड गांव के उत्तरी और दक्षिणी छोर में करीब दो किमी में भीषण कटाव शुरू हो गया है। जो कई दिनों से धीमी गति के साथ था पर शुक्रवार की देर शाम अचानक कटाव तेज हो गया। रफ्तार इतनी तेज है कि मिनटों में सैकड़ों टन उपजाऊ मिट्टी कट-कटकर नदी के गर्भ में समा रही है।

जलसंसाधन विभाग कोई बचाव कार्य नहीं शुरू किया है। किसानों की नींद गायब हो गई है। नदी किनारे स्थित लक्ष्मण साह का घर पुरी तरह कटाव के मुहाने पर आ चुका है।जो किसी भी समय नदी में विलीन हो सकता है। इसके अलावे उस जगह स्थित 40-45 घरों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। जो कोसी का प्रलयकारी रूप देखकर पुरी तरह सहम उठे हैं।

ग्रामीण बताते हैं कि बचाव कार्य शीघ्र शुरू कराने को लेकर कई बार विभागीय अफसरों से मुलाकात की, किन्तु आजतक कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्रामीणों ने शीघ्र कार्य शुरू नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। कोसी नदी के ही भवनपुरा, रतनपुरा समेत अन्य जगहों की स्थिति भी बेहद गंभीर है।

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सड़क पर लगे पानी से बढ़ी लोगों की परेशानी

बिहपुर| नरकटिया गांव जाने वाली एकमात्र सड़क पर घुटने भर पानी जमा हो गया। सड़क तालाब में तब्दील हो गई हे। लोगों का गांव से निकलना मुश्किल हो गया है। अतिआवश्यक कार्य पड़ने पर ही लोग घर से निकल रहे हैं। सड़क पर जमा पानी से काफी दुर्गंध निकलने लगी है, इससे लोगों को संक्रामक बीमारी का डर सताने लगा है। ग्रामीण कन्हैया झा, मनोज सिंह, अरुण कुमार राय उर्फ मुन्नी राय, गौरव राय, संजय राय ने कहा कि इस सड़क से पांच गांव के किसान दियारा से फसल अपने घर लाते हैं। पानी जमा होने से कठिनाईयों का सामना करना पड़ रह है।