नवगछिया: 14 नंबर सड़क ध्वस्त होने के साथ एक टेम्पो व बोलेरो के बह जाने के बाद एसडीआरएफ की टीम के द्वारा लगातार दोनों वाहनों की खोजबीन बोट से देर रात तक की जा रही है। इस दौरान नवगछिया बीडीओ कुंदन कुमार, सीओ विद्यानंद राय कैम्प कर रहे हैं। पदाधिकारी की निगरानी में धार में बहे वाहनों की खोज जारी थी। वहीं सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। कटे स्थल के सौ मीटर तक दोनों तरफ बेरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

टेंपो के पाट‌्र्स मिले, बोलेरो लापता

नवगछिया| एसडीआएफ की टीम को देर शाम कलबलिया धार में टेंपो और बोलेरो को खोजने के क्रम में टेंपो के कुछ पार्ट बरामद हुआ है। इसमें टेंपो के उपर का चदरा और लोहे का कुछ सामान है। एसडीआरएफ टीम का कहना है कि संभावना है कि टेंपो को पानी से निकाल लिया जाय। लेकिन बोलेरो का कुछ अता पता अब तक नहीं चल पाया है।

स्कूल व इस्माइलपुर थाना डूबे

भागलपुर | गंगा में आई बाढ़ से गोपालपुर और इस्माइलपुर प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। केवल लोगाें के घर ही नहीं, सरकारी कार्यालय, स्कूल तक बाढ़ की चपेट में हैं। बाेचाही प्राथमिक विद्यालय घुटने तक पानी में डूबा हुआ है। यहां कक्षाएं ठप हो गई हैं। पानी घटने के बाद भी यहां पढ़ाई शुरू होने में वक्त लगेगा। ऐसे में लगभग डेढ़ महीने शायद ही कक्षाएं हो पाएंगी। दूसरी तरफ इस्माइलपुर थाना कैंपस में भी घुटने भर पानी लगा हुआ है। यहां तक जाने वाली सड़क भी डूबी हुई है। दोनों प्रखंडों की कई पंचायतों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है।

Whatsapp group Join

एनएच पर कटाव का खतरा

सबौर | घोषपुर के पास एनएच 80 पर कटाव का खतरा बरकरार है। बुधवार को बाढ़ का पानी सड़क के लेवल तक पहुंच गया। खानकित्ता से लेकर घोषपुर पुलिया तक करीब एक किलोमीटर के दायरे में सड़क में जगह-जगह दरारें दिखने लगी है। एनएच के अधिकारी व इंजीनियर सड़क को बचने में जुटे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया बचाव को लेकर खानापूर्ति की जा रही है।

विभाग नहीं हुआ अलर्ट

नवगछिया | नवगछिया में विभागीय निगरानी के अभाव में 14 नम्बर सड़क बह गई। लोगों ने बताया कि सड़क की निगरानी होती तो ये ध्वस्त नहीं होती सड़क पुरानी हो चुकी थी। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद सड़क पर लगातार पानी का दबाव बढ़ते जा रहा था। लेकिन विभाग अलर्ट नहीं हुआ। नतीजा यह हुआ की मंगलवार की रात सड़क बह गई।