नवगछिया : बिहपुर-जमालपुर पंचायत के वार्ड 9 स्थित वाम काली का प्राचीन मंदिर है। यहां 250 साल से मां की पूजा हो रही है। नवगछिया अनुमंडल का इकलौता वाम काली मंदिर है। यह मंदिर शक्तिपीठ के नाम से विख्यात है। यहां वैदिक और तांत्रिक दोनों पद्धति से मां की पूजा होती है। पूजा में सीमावर्ती जिले के श्रद्धालु भी काफी संख्या में शामिल होते हैं। इस बार 22 फीट ऊंची मां की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। मंदिर के प्रधान पुजारी हेमंत शर्मा बताते हैं कि मैया के सेवा मेरे पूर्वज करते आ रहे हैं।

माता की शरण में जो भी सच्चे मन से शीश झुकाते हैं, उनकी मनोकामना पूरी होती है। पूजा महासमिति की अध्यक्ष अरुणा देवी बताते हैं कि मैया की महिमा आसपास के दर्जनों जिले में फैला है। यहां खगड़िया, बेगुसराय, मधेपुरा, सहरसा, पुर्णिया, कटिहार समेत अन्य जिले के करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन को आते हैं। मनोकामना पूरी होने पर भक्त मैया के दरबार में चढ़ावा चढ़ाने अपने पूरे परिवार के साथ आते हैं।

वही सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कमिटी के कोषाध्यक्ष धीरेंद्र चटर्जी, शंभुनाथ मिश्रा, महंथ नवल किशोर दास, अशोक गोस्वामी, प्रदीप सिंह ने बताया कि मेले की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी। इसके अलावा प्रशासन की ओर से पुलिस के जवान भी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।