जिले के गंगा और कोसी के तटवर्ती इलाकों में कटाव जारी है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। लोग अब अपने घरों का सामन समेट कर पलायन कर रहे हैं। शुक्रवार की रात नारायणपुर प्रखंड के बैकठपुर दुधैला दियारा में भीषण कटाव हुआ। इसमें 10 लोगों के घर नदी में विलीन हो गए। वहीं कई घर कटाव की जद में हैं। पीड़ित परिवार दियारा में ऊंचे स्थानों पर पॉलीथिन टांग कर रहने को विवश हो गए हैं। कटाव पीड़ितों ने बताया कि शुक्रवार सुबह कटाव देख घर से कुछ सामान सुरक्षित निकाल लिए थे। लेकिन अधिकतर सामान घर के साथ ही गंगा में समा गए। जिन लोगों का घर कटाव की भेंट चढ़ गए उनमें महेन्द्र मंडल, चितरंजन मंडल, सोने लाल मंडल, कमलेश मंडल, तासू मंडल, कांग्रेस मंडल, नीलेश मंडल, पप्पू मंडल, बिन्दे मंडल व एक किसान शामिल हैं। ग्रामीण सुनील कुमार मंडल ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से भी कटाव पीड़ितों को दिक्कत हो रही है। बारिश के बीच वे पॉलीथिन टांग कर रहने को विवश हैं। अंचल प्रशासन की ओर से अब तक उन्हें राहत के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है। संजय भारती ने बताया कि अगर कटाव नहीं रुका तो पूरा गांव नदी में विलीन हो जाएगा। वहीं मुखिया अरविन्द मंडल ने बताया कि सीओ को इसकी जानकारी देकर पीड़ित परिवारों को यथाशीध्र हर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं सीओ अजय सरकार ने बताया कि ऐसी जानकारी अभी नहीं मिली है। रविवार को स्थल निरीक्षण के बाद कटाव पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

कहारपुर में 50 एकड़ उपजाऊ जमीन कोसी नदी में विलीन

बिहपुर | हरिओ पंचायत के कहारपुर गांव में भी कटाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को किसानों की 50 एकड़ उपजाऊ जमीन कोसी में विलीन हो गई। नदी अब कई लोगों के घर के समीप पहुंच गई है। निहाल रंजन सिंह, कन्हैया सिंह और मनजीत सिंह के घर कभी भी कोसी में समा सकते हैं। ये लोग अपने घरों का सामान निकाल कर ऊंचे जगह पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा अन्य ग्रामीण भी सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीण सनातन सिंह, शक्ति सिंह, बिट्टू सिंह, सन्नी सिंह आदि ने बताया कि कटाव नहीं रुका तोार पूरा गांव समाप्त हो जाएगा।

लोकमानपुर में रुक रुककर हो रहा कटाव

खरीक | प्रखंड के कोसी नदी तट पर लोकमानपुर, सिंहकुंड, मैरचा समेत अन्य जगहों पर रुक-रुककर कटाव जारी है। लेकिन जल संसाधन विभाग ने अब तक यहां बचाव कार्य शुरू नहीं कराया है। इससे ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने विभागीय अफसरों से शीघ्र इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग की है। बता दें कि प्रखंड के सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन कटाव की भेंट चढ़ चुकी है।

Whatsapp group Join