नवगछिया : बिहपुर थाना क्षेत्र के दुधैला गांव में 13 अक्तूबर को शहीद हुए जांबाज दारोगा पसराहा के थानाध्यक्ष आशीष सिंह को मरनोपरांत वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए पुलिस स्तर से प्रस्ताव भेजा गया है. इस आशय की जानकारी देते हुए डीआईजी भागलपुर प्रक्षेत्र विकास वैभव ने कहा कि वास्तव में दारोगा आशीष ने वीराता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए जन सेवार्थ अपने प्राणों की आहूति दे दी है. गुरूवार को डीआईजी विकास वैभव दारोगा आशीष हत्याकांड के बीस दिन बाद अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करने लिए नवगछिया पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे.

– दारोगा हत्याकांड के मामले की आईजी ने की समीक्षा
– दोनों जिलों की पुलिस में इस कांड को लेकर हो समन्वय

समीक्षा बैठक में खगड़िया की एसपी मीनू कुमारी, नवगछिया की एसपी निधि रानी, नवगछिया एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती, बिहपुर सर्किल इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु, बिहपुर थानाध्यक्ष सुचित कुमार समेत भागलपुर और खगड़िया के अन्य पुलिस पदाधिकारी भी शामिल थे. डीआईजी ने दिनेश मुनी के बारे में पुलिस कर्मियों से विस्तार से जानकारी ली और बैठक में अब तक की पुलिस कार्रवाई की समीक्षा की गयी और आगे की रणनीति पर भी विमर्श किया. डीआईजी ने कहा कि इस मामले में फरार चल रहे कुख्यात दिनेश मुनी और अशोक मंडल पुलिस के टॉप टारगेट पर है.

हर हालत दोनों अपराधियों को पुलिस सलाखों के पीछे भेजेगी. डीआईजी ने समीक्षा बैठक में किये गये पर्यवेक्षण से दोनों जिलों की पुलिस को अवगत कराते हुए आवश्यक निर्देश भी दिये हैं. डीआईजी ने दिनेश मुनी की गिरफ्तारी के लिए आगे की रणनीति पर भी विचार करते हुए कहा कि इस कांड में दोनों जिले की पुलिस में आसपी समन्वय बेहतर हो इसका प्रयास हरेक पुलिस पदाधिकारी को करना चाहिए. ताकि अपराधी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे जा सके. डीआईजी ने नवगछिया क्षेत्र में फरार चल रहे कुछ अपराधियों की गिरफ्तारी करने का निर्देश भी नवगछिया पुलिस को दिया है.

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