गरैया ढोलबज्जा गांव में श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद महाराज के निर्देशन और संरक्षण चल रहे पांच दिवसीय श्री श्री 108 विष्णु महायज्ञ सह श्रीराम कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
प्रवचन के दौरान स्वामी आगमानंद महाराज ने कहा कि संसार स्वप्न की तरह है। जिनको मोह है वह जग कर भी सोये हुए हैं। श्रीराम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्जवल करने के साथ-साथ जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती। भगवान श्री राम कई रूपों में प्रकट होकर अहंकारियों का नाश किया। श्री राम कथा के आलोक में शिव शक्ति की ओर ले जाता है। सबको राम प्रेम प्राप्त करने के लिए शिव तत्व को समझना चाहिए। प्रभु श्रीराम का चरित्र हम सबको अपने माता पिता की सेवा करना उनकी आज्ञा का पालन करना सिखाता है।
श्रीराम की कथा भगवान शंकर ने माता पार्वतीजी को सुनाई थी। उस कथा को एक कौवे ने भी सुन लिया। उसी कौवे का पुनर्जन्म कागभुशुण्डि के रूप में हुआ। कागभुशुण्डि को पूर्व जन्म में भगवान शंकर के मुख से सुनी वह रामकथा पूरी की पूरी याद थी। उन्होंने यह कथा अपने शिष्यों को सुनाई। इस प्रकार रामकथा का प्रचार-प्रसार हुआ। भगवान शंकर के मुख से निकली श्रीराम की यह पवित्र कथा अध्यात्म रामायण के नाम से विख्यात है। इसके अलावा एक कथा और प्रचलित है। कहते हैं कि सर्वप्रथम रामकथा हनुमानजी ने लिखी थी और वह भी शिला पर। यह रामकथा वाल्मीकिजी की रामायण से भी पहले लिखी गई थी और ‘हनुमन्नाटक’ के नाम से प्रसिद्ध हुआ । कथा के दौरान झांकी चित्रण लोगों का मन मोह लिया।
सैदपुर में तीन बटुकों का हुआ सामूहिक उपनयन
गोपालपुर। सैदपुर दुर्गा मंदिर में गुरुवार को शक्ति योग पीठ के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद महाराज के सानिध्य में सामूहिक उपनयन संस्कार का आयोजन किया गया। यज्ञोपवित आयोजन में तीन बटुक का उपनयन संस्कार हुआ। वहीं स्वामी जी ने कहा कि मानव जीवन में कुल 16 संस्कार होते हैं। उसमें सबसे ज्यादा श्रेष्ठ उपनयन संस्कार होता है। आचार्य द्वारा वैदिक मंत्रो का उच्चारण हुआ। इसके बाद मां दुर्गा की पूजा की गई। मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
यज्ञ मंडप की परिक्रमा के लिए उमड़े श्रद्धालु
महायज्ञ स्थल पर मंडप एवं भगवान की प्रतिमा आकर्षक का केन्द्र बना हूआ है। तीन मंजिला मंडप को रंग बिरंगे फूलो से सजाया गया है। साथ ही रोशनी की खास व्यवस्था अपनाई गई है। शाम को यज्ञ मंडप की अनुपम छटा दूर से दिखती है। वहीं यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यज्ञ मंडप का तोरण द्वार लोगो को अपने ओर आकर्षित कर रहा है। गुरुवार को दर्जनो महिला एवं पुरूष ने स्वामी से दीक्षा प्राप्त की।
दशरथ के घर आनंद भयो… भजन पर झूमे भक्त
स्वामी जी द्वारा रचित अंगिका में “भैया जग में आयकैय राम नाम तोहै जपिहौ हो जीवन सफल बनिहौ हो..” भजन पर श्रोता झूमने पर मजबूर हो गये। वहीं नामचीन संगीत कलाकर माधवान्द ठाकुर एवं बलबीर सिंह बघ्घा की टीम ने एक से बढ़कर एक भक्ति संगीत प्रस्तुत कर समां बांधा। मौके पर आयोजन कमेटी के अध्यक्ष योगेंद्र भगत, राजकुमार मंडल, सच्चो यादव, अशोक दास, मनोरंजन भगत आदि मौजूद थे।