नवगछिया । गुरुवार को  खरीक प्रखंड के उस्मानपुर-खैरपुर गंगा घाट के समीप ओवरलोड छोटी नाव अनियंत्रित होकर गंगा नदी में डूब गई। जानकारी मिलते ही पूर्व जिला पार्षद विजय कुमार मंडल और बड़ी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पहुंचे और घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर नरेश कुमार और सीओ अनिल भूषण दलबल के साथ घटना स्थल पहुंचे। स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से नदी में डूबी वृद्धा का शव, नाव और तीन साइकिल को नदी से बाहर निकाला गया। मृतका की पहचान खैरपुर गांव निवासी ब्रह्मदेव यादव की 60 वर्षीया पत्नी गायत्री देवी के रूप में हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा, पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया गया।

नाव पर 12 लोग सवार थे

  प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाव पर कुल 12 लोग (महिला-पुरुष) के अलावा तीन साइकिल थी। जबकि नाव की क्षमता चार लोगों की है। सभी मकई की फसल काटने के लिए गंगा पार दियारा जा रहे थे। नदी में आगे जाने पर नौका डूब गयी। पानी में डूबने से वृद्धा की मौत हो गयी। शेष 11 लोग तैरकर बाहर निकाल गये। आशंका है कि वृद्धा साइकिल या नाव से दबने के कारण बाहर नहीं निकल पाई। वहीं, तैरकर बाहर निकले एक भी लोग कानूनी पचड़े से बचने के लिए सामने नहीं आए। घटना के दौरान कुछ देर के लिए घटनास्थल अफरातफरी का माहौल हो गया। नदी में डूबी नाव का रजिस्ट्रेशन नहीं था। सीओ अनिल भूषण ने बताया कि नदी में चलने वाले सभी अवैध नाव को जब्त किया जाएगा। बता दें कि राघोपुर से नरकटिया तक गंगा नदी और कोसी नदी के लोकमानपुर, सिंहकुंड समेत अन्य जगहों पर प्रशासनिक उदासीनता के कारण धडल्ले के साथ कई नावों का अवैध रूप से संचालन हो रहा है।

दो अगस्त को भी हुआ था नाव हादसा

बीते वर्ष 2023 में भी दो अगस्त को उस्मानपुर-खैरपुर गंगा घाट पर नाव हादसा हुआ था। हालांकि, तब कोई हताहत नहीं हुआ था। वहीं, पूर्व जिला पार्षद विजय कुमार मंडल, पंसस अशोक दास समेत अन्य ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस-प्रशासन से मृतका के परिजनों को उचित मुआवजा देने और घटना स्थल पर तत्काल पीपा पुल निर्माण कराने की मांग की है।