नवगछिया : 9  से 17 अप्रैल तक नवगछिया के खगड़ा में होने वाले श्री शतचंडी महायज्ञ और श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ को लेकर श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज की अध्यक्षता में यज्ञ स्थल के समीप बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि चैत्र शुक्ल पक्ष एक वर्ष प्रतिपदा हिन्दी नववर्ष के दिन मंगलवार को सुबह 2100 महिलाएं कलश लेकर जगतपुर स्थित शिव मंदिर पहुंचेंगे। वहां से गंगाजल भरकर एनएच 31 के रास्ते वापस खगड़ा गांव का भ्रमण करते हुए यज्ञ स्थल पर जाएंगे।

रास्ते में श्रद्धालुओं के लिए शर्बत और जल की व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान आगमानंद जी महाराज ने यज्ञ स्थल और कथा स्थल सहित आयोजन से संबंधित सारी गतिविधियों की जानकारी ली। आयोजन समिति के सदस्यों से बातचीत की। मौके पर कुंदन बाबा, स्वामी मनवानंद, आचार्य प्रेम शंकर भारती सहित श्री शिवशक्ति योगपीठ आश्रम के सभी आचार्य भी मौजूद थे। आयोजन समिति के सदस्योें ने बताया कि यज्ञ के अंतिम दिन रामनवमी को भगवान राम और स्वामी आगमानंद जी का अवतरण दिवस एक साथ मनाया गया।

हिंदी नववर्ष पर शोभायात्रा निकाली जाएगी

श्री शिवशक्ति योगपीठ के तत्वावधान में प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी चैत्र शुक्ल पक्ष एक वर्ष प्रतिपदा हिन्दी नववर्ष का यहां विशेष आयोजन किया जाएगा। मंगलवार को सुबह योगपीठ के शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में भव्य व आकर्षक रथ पर श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर और श्री उत्तरतोताद्रि मठ विभीषणकुंड अयोध्या के उत्तराधिकारी श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज विराजमान रहेंगे। शोभायात्रा विभिन्न मार्ग होते हुए खगड़ा यज्ञ स्थल पर पहुंचेगी।

स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि भारतीय नववर्ष सनानत संस्कृति का प्रतीक है। यह हिंदी नववर्ष है। प्रत्येक भारतीयों को यही नववर्ष पूरी आस्था के साथ मनानी चाहिए। इसी दिन से चैती नवरात्र भी प्रारंभ होता है। देवी दुर्गा की आराधना की जाएगी। नौ पूजा के दिन भगवान राम का भी जन्म हुआ है। विक्रम संवत की स्थापना भी इसी दिन हुई है।

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