17 साल की किशोरी पर दस साल से ढ़ाया जा रहा जुल्म, भागकर पहुंची भागलपुर। यहां उन्होंने जो आपबीती सुनाई, सभी के रोंगटे खड़े हो गए।
कोतवाली थाने में मुंगेर की रहने वाली 17 साल की किशोरी का बयान दर्ज किया गया। इसमें उसने बताया कि- ‘मैं सात साल की थी। मां ने दूसरी शादी कर ली। मेरे सौतेले पिता ने मुंगेर के ही छट्ठू साव के हाथों मुझे बेच दिया। दस साल से मैं उसी व्यक्ति के पास थी। वे लोग मुझे प्रताड़ित करते थे। घर का सारा काम कराते और पीटते भी थे। मैं वहां से भाग निकली। दरिंदे के चंगुल से भागकर भागलपुर पहुंची।’
युवती ने बताया कि जिस व्यक्ति के घर पर रहती थी, वह अक्सर उससे कहता था कि उसके पिता ने एक लाख रुपये में उसे बेच दिया है। यही वजह थी कि वे लोग बीते कई साल से उससे घर का सारा काम भी कराते थे और मारपीट भी करते थे। उसने बताया कि वह अपने माता-पिता के पास नहीं जाना चाहती। वह पढ़ना चाहती है। किशोरी का गुरुवार को मेडिकल टेस्ट भी कराया जायेगा।
किशोरी ने बताया कि वह पांच अगस्त को मुंगेर से भागकर ट्रेन से भागलपुर पहुंची। यहां पहुंचने के बाद वह भटकते हुए सब्जी मंडी पहुंची। वहां सब्जी बेचने वाली महिला उसे अपने घर लेकर चली गयी। दो दिन उसके साथ रही फिर उस सब्जी वाली ने किशोरी को मंगलवार को महिला थाना के हवाले कर दिया। उसका कहना है कि वह दिन भर महिला थाना में बैठी रही पर उसे पूछने वाला कोई नहीं था।
उसने बताया कि महिला थानाध्यक्ष उसे देखकर और चिल्लाने लगती थी। मंगलवार की शाम महिला थाना के स्टाफ ने उसे कोतवाली थाना के गेट पर छोड़ दिया। कोतवाली थाना में महिला सिपाही के साथ वह रातभर रही। बुधवार को चाइल्ड लाइन वालों को सूचना दी गयी और युवती का बयान महिला एसआई ज्ञान भारती ने दर्ज किया।