नवगछिया : सुदूर देहात में देर रात इतनी बड़ी कार्रवाई करने का निर्णय परवत्ता थानाध्यक्ष आशीष कुमार ले तो लिया लेकिन वह अपराधियों के ही बिछाये जाल में बुरी तरह से फंसता चला गया. दिनेश मुनी लाल वारंटी था. कानून और पुलिस की भाषा में लाल वारंटी वह व्यक्ति होता है जिसका कानून और व्यवस्था में तनिक भी विश्वास नहीं होता है. जानकार बता रहे हैं कि परवत्ता थानाध्यक्ष दिनेश मुनी गिरोह से भली भांती अवगत थे. उन्हें पता था कि दिनेश के पास एक से बढ़ कर एक हथियार थे.
पुलिस जिसके निशानदेही पर कर रही थी छापेमारी,
– सतर्क हो गया था दिनेश मुनी
– लाल वारंटी है दिनेश मुनी
जब पुलिस ने इस गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया तो उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अपरेशन का पूरा प्लान तैयार किया. सूत्र बता रहे हैं कि जिसके निशानदेही पर पुलिस छापेमारी करने गयी थी वहीं अपराधियों का मुखबिर निकला. थानाध्यक्ष को उम्मीद थी कि वे लोग दिनेश की गिरफ्तारी कर लेंगे तो दूसरी तरफ एक हथियार का बड़ा जखीरा भी बरामद होगा. पुलिस ने इसी उम्मीद में देर रात इस अपरेशन को करने का निर्णय लिया. लेकिन दिनेश मुनी को पुलिस के आने की भनक पहले ही मिल चुकी थी. कहा जा रहा है कि पुलिस की सीमा में प्रवेश कर चुकी थी और अपराधी गांव के ही अशोक मंडल के बासा पर छुपे थे. कहा जा रहा है कि पुलिस की बढ़ती गतिविधि को देख पहली फायरिंग अपराधियों ने की थी.
इसके बाद जब पुलिस ने फायरिंग की तो अपराधी आक्रामक हो गये. अपराधी पहले से ही मोरचा संभाले थे इसका उन्हें फायदा मिला. अपराधियों की ओर से चली एक गोली सिपाही दुर्गेश के जांघ में आ कर लगी. सिपाही को गोली लगते ही थानाध्यक्ष सीधे बासा की ओर दौड़ गये. बासा के दर से चली गोली थानाध्यक्ष को लगी और वे ढ़ेर हो गये. इसके बाद पुलिस ने ताबरतोड़ फायरिंग की. जिसमें एक अपराधी की मौत हो गयी तो एक घायल हो गया और अन्य अपराधी भागने में सफल रहे.
चौहद्दी गांव का श्रवण मारा गया
पुलिस की ओर से की गयी गोली बारी में मरने वाला अपराधी चोहद्दी गांव का श्रवण यादव है. श्रवण पेशे से चालक था और इन दिनों उसकी दोस्ती दिनेश मुनी गिरोह के अपराधियों से सांठ गांठ थी. तीन माह पूर्व ही श्रवण ने खगड़िया गांव के लगार निवासी एक व्यक्ति का ट्रेक्टर जबरन उठा लाया था. हालांकि दोनों पक्षों के ग्रामीणों के पहल पर ट्रेक्टर को वापस कर दिया था.
घटना स्थल से बरामद किये गये अवैध हथियार
पुलिस ने घटना थ्साल से दो देशी पिस्तौल, पांच जिंदा कारतूस बरामद किया है. शनिवार की सुबह मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआईजी जितेंद्र मिश्र, खगड़िया की एसपी मीनू कुमारी, नवगछिया एसपी निधी रानी ने घटना स्थल पर पहुंच कर छानबीन की है तो फेरेंसिक टीम द्वारा भी घटना स्थल से विभिन्न तरह के साक्ष्यों को एकत्र किया गया है.
2007 में अपराध की दुनियां में आया दिनेश मुनी
दिनेश मुनी गंगा से लेकर कोसी दियारा के आपराधिक वारदातों में संलिप्त होने की बात कही जा रही है. खगड़िया जिले के पसराहा थाना क्षेत्र के तिहाई गांव के निवासी दिनेश मुनी, मधेपुरा, खगड़िया जिले के विभिन्न थानों का वांछित है. कोर्ट से उसके विरूद्ध लाल वारंट निर्गत है. विभिन्न जिलों में करीब 15 मामलों में वह आरोपित है. मुनी इन दिनों छिनतई और लूट की वारदात को अंजाम दिया करता था.