कर्नाटक के गदग जिले की कविता कोरबी अपने प्रेमी भीम से मिलने मुंगेर पहुंची। यहां एक होटल में उसने भीम से शादी कर ली, लेकिन भीम घरवालों के कहने पर उसके साथ मारपीट की। जिसमें कविता जख्मी हो गई। सदर अस्पताल में कविता ने बताया कि भीम के घर वाले चाहते हैं कि वह उन्हें पांच लाख रुपए और कर्नाटक की अपनी संपत्ति दे दे। मना करने पर मारपीट करने लगे। बता दें कि उसे फेसबुक पर वासुदेवपुर स्थित चंडीस्थान निवासी चमरू सिंह के पुत्र भीम से प्यार हुआ था।
कर्नाटक में ब्यूटी पार्लर चलाती है कविता
कविता कोरबी ने कहा कि वह कर्नाटक के गदग जिला की रहने वाली है। उसके पिता स्व. मुनीअप्पा कर्नाटक में जीटी कालेज में प्रोफेसर थे। 11 साल पहले पिता की मौत के बाद कविता अपनी मां और तीन बहनों के साथ रह रही है। चार बहनों में सबसे छोटी कविता अपना ब्यूटी पार्लर चलाती है। उसने बताया कि फेसबुक पर दोस्ती के बाद भीम कुमार से प्यार हो गया। भीम के कहने पर 5 अप्रैल को उससे मिलने मुंगेर आई थी। उसने भीम के साथ होटल में शादी रचाई। शादी की जानकारी मिलने पर कविता के घर वाले उसे 21 जुलाई को अपने साथ कर्नाटक ले गए।
पति के साथ रहने की चाह में दुबारा आई मुंगेर
बीते 29 नवंबर को वह वापस अपने पति भीम कुमार के पास रहने आई थी। लेकिन भीम के परिवार के लोगों ने उसे कमरे में बंद कर दिया और उसके साथ मारपीट करने लगे। कविता ने कहा कि भीम के माता पिता सभी मिलकर उसके उपर कर्नाटक की संपत्ति बेचने का दबाव बनाने के साथ पांच लाख रुपए की मांग कर रहे हैं।
कविता ने कहा कि जब उसने पैसे देने से मना किया तो 1 दिसंबर को फिर से उसके साथ सभी ने मारपीट की। किसी तरह वह वासुदेवपुर ओपी पहुंची जहां उसके पति भीम कुमार ने पुलिस के सामने उसे रखने की बात कह कर मामले का रफा दफा कर दिया। लेकिन मंगलवार को फिर से उसके पति भीम कुमार ने परिवार के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट की। इसके बाद कविता वहां से भाग रही थी तभी ऑटो में बेहोश हो गई। ऑटो वाले ने कविता को सदर अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
भीम कुमार ने कहा, कविता ने उसे धोखा दिया
भीम ने कहा कि कविता कोरबी पहले से शादीशुदा है और उसके दो बेटे हैं। लेकिन कविता ने उसे धोखा दिया। वह कविता के साथ नहीं रहना चाहता है। लेकिन कविता जबरन उसे डरा धमका और केस में फंसाने की धमकी दे रही है। तीन दिन पहले भी कविता ने उसके घर पहुंच कर काफी हंगामा किया। इस बात की जानकारी भीम ने अपने परिवार और पड़ोसियों की मदद से नजदीकी वासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष सर्वजीत कुमार को दी थी। भीम ने कहा कि ओपी अध्यक्ष सर्वजीत कुमार ने कविता कोरबी को अपने सभी पहचान पत्र और जरूरी कागजात मुहैया कराने के लिए दस दिनों का समय दिया है।
कहते हैं अधिकारी
कर्नाटक की कविता कोरबी और चंडीस्थान निवासी भीम कुमार के मामले में हमें कोई जानकारी नहीं है। इन्हें नहीं जानते हैं। इस प्रकार का मामला थाना में नहीं आया है। इस मामले में थाने में आवेदन आने पर जांच पड़ताल की जाएगी। सर्वजीत कुमार, ओपी अध्यक्ष वासुदेवपुर