नवगछिया : मोहन पोद्दार, देवोत्थान एकादशी सोमवार 19 नवंबर को मनाया जायेगा। इस अवसर पर कई घरों में संध्या के समय भगवान विष्णु की पूजा की जाएगी। इसके बाद महिलाएं तुलसी विवाह करायेंगी।
संकटमोचन दरबार के पंडित दयानंद पाण्डेय ने बताया कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष को एकादशी के दिन भगवान विष्णु का विधिवत पूजन कर उनको शयन से उठाया जायेगा। तुलसी के पास ही पूजन स्थल बनाया जायेगा। उसमें कई छोटे-छोटे घर बनाकर विभिन्न प्रकार के अनाज रखे जायेंगे।
पूजन स्थल के चारों और ईख को खड़ा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सोमवार को गन्ना के खेत में पूजन भी किया जाता है। मान्यता है कि उसके बाद विधिवत रूप से गन्ने का सेवन किया जाता है। देवोत्थान एकादशी में गन्ना व सुथनी का विशेष महत्व है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से दोनों फल महत्वपूर्ण होते हैं।