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खरीक : खरीक प्रखंड के तुलसीपुर पंचायत में उर्दू शिक्षक बहाली में घोर अनियमितता बरती गयी. खरीक में उर्दू शिक्षक बहाली में मेधा सूची में अंकित अधिक अंक वाले अभ्यर्थी को दरकिनार कर कम अंक वाले चहेते अभ्यर्थी से तकरीबन दो लाख रूपये लेकर तुलसीपुर पंचायत में बहाल करने का मामला प्रकाश में आया है.इस संदर्भ में कटिहार जिला अंतर्गत बरारी निवासी मो.सहीम ने जिला पदाधिकारी समेत अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी और तुलसीपुर पंचायत के मुखिया उमेश यादव को आवेदन देकर शिकायत पत्र दाखिल कर आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई करने और फर्जी नियोजन को रद्द करने और नये सिरे से नियोजन की प्रकिया शुरू करने की गुहार लगाई है. वहीं तुलसीपुर मुखिया उमेश यादेव ने कहा पीड़ित अभ्यर्थी का आरोप सही है.मेरी तबियत खराब थी. इलाज के लिए बाहर गया था. मेरे और खरीक बीडीओ की अनुपस्थिति में प्रखंड प्रमुख झाड़ी यादव ने तुलसीपुर पंचायत के पंचायत सचिव उमेश यादव और बीईओ को मेल में लेकर मेधा सूची में अधिक अंक 66.45% वाले अभ्यर्थी को दरकिनार कर ध्रुवगंज के 57%वाले अभ्यर्थी का चयन तकरीबन दो लाख रूपये लेकर मनमाने तरीके से कर दिया. खरीक में उर्दू नियोजन प्रक्रिया में भीषण धांधली बरती गयी है.पूरे नियोजन प्रक्रिया की जाँच होनी चाहिए

क्या कहते है पीड़ित अभ्यर्थी

कटिहार के बरारी निवासी अभ्यर्थी मो. सहीम का कहना है कि बीते 18 नवम्बर को खरीक प्रखंड मुख्यालय में तुलसीपुर पंचायत का उर्दू शिक्षक नियोजन कैम्प का आयोजन किया गया था. मेधा सूची में मेरा अधिकतम अंक 66.45% है.नियोजन इकाई में शामिल पंचायत सचिव समेत नियोजन इकाई के सदस्यों ने अफरा -तफरी भयपूर्ण माहौल बनाकर मुझे काउंसलिग से मुझे रोका गया और मेधा सूची में कम अंक वाले अभ्यर्थी का गलत तरीके से चयन करा लिया गया.नियोजन इकाई ने मेरे साथ अन्याय किया है.

क्या कहते है अधिकारी

खरीक बीडीओ ने बताया कि पीड़ित अभ्यर्थी अपीलीय प्राधिकार में लिखित शिकायत करे. मामले की जाँच होगी और दोषी लोगों पर अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित होगी.
क्या कहते है प्रमुख उर्दू शिक्षक नियोजन का कार्य सफलता पूर्वक पूरा कर लिया जा चुका है.लगाया गया आरोप निराधार और बेबुनियाद है.