गोपालपुर : गोपालपुर प्रखंड में प्राथमिक शिक्षा का हाल बेहाल है. अधिकांश विद्यालय खुलते देर से हैं और बंद समय से पूर्व होते हैं. यहाँ शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रहीं हैं. प्राथमिक विद्यालय पूरब टोला बडी मकन्दपुर विद्यालय के नौनिहाल अपने विद्यालय के कमरों में ताला जड़े होने के कारण जाड़ा, गर्मी व बरसात में खुले बरामदे में पढने को विवश हैं. इस विद्यालय में 125 छात्र -छात्राओं का नामांकित हैं. प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित चार शिक्षकों की इस विद्यालय में कार्यरत हैं. विद्यालय के कमरों में ताला बन्द के बारे में विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापक रीता कुमारी ने बताया कि विद्यालय के कमरों में पूर्व मुखिया सुबोध साह ने अपना ताला लगा दिया है. जिस कारण बरामदे में बच्चों को पढाना पडता है. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी वरीय पदाघिकारियों को दी गई है. उन्होंने बताया कि विद्यालय के भवन का निर्माण मुखिया सुबोध साह के द्वारा करवाया गया था. विद्यालय के कमरों व बरामदे का फर्श क्षतिग्रस्त हो गया. जिस कारण कुछ भुगतान नहीं किया गया है.

जिस कारण मुखिया जी ताला लगा दिये हैं. पूर्व मुखिया सुबोध साह ने बताया कि बारह लाख 75हजार रुपये की राशि से विद्यालय के भवन का निर्माण प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा मुझसे करवाया गया था. समय -समय पर उन्होंने मुझे चेक द्वारा भुगतान भी किया था. लेकिन काम पूरा होने पर एक लाख रुपये से अधिक का भुगतान अभी तक नहीं किया जा रहा है. जबकि सिमेंट ईंट भट्ठा मालिक मुझसे बाकी रुपयों के लिए तकादा करते हैं.

विद्यालय के कमरों में अभी भी निर्माण सामग्री रखी हुई है. बाकी बचे भुगतान को लेकर पंचायत भी हुई. लेकिन पंचायत में समस्या का समाधान नहीं हो पाया. जिला शिक्षा पदाधिकारी फूल बाबू चौधरी ने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील मामला है. बीईओ से जानकारी लेकर तत्काल विद्यालय का ताला खुलवाया जायेगा. अनुमंडल पदाधिकारी डा आदित्य प्रकाश ने बताया कि बीईओ से इस मामले की जानकारी ली जायेगी कि इतने दिनों से बच्चे बरामदे में क्यों पढ रहे हैं.