भागलपुर : यह प्यार, साजिश और अपहरण के नाटक की वह कहानी है, जिसने एक समय पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया था। लेकिन, जब बात खुली तो सब हैरान रह गए। हम बात कर रहे हैं भागलपुर के चर्चित मेडिकल छात्रा शाश्वती अपहरण कांड की। साल 2016 की इस घटना में अब आरोपित दिल्ली के डॉ. केतन आनंद और डॉ. मणिकांत की गिरफ्तारी होगी। पुलिस की जांच में दोनों के पर 70 लाख रुपये फिरौती मांगने का आरोप सत्य पाया गया है।
शाश्वती भागलपुर में आर्यभट्ट पब्लिक स्कूल के संचालक और टीएनबी लॉ कॉलेज के प्रोफेसर अजय कुमार सिंह की बेटी है। 2016 के नंवबर में वह कर्नाटक के बेलगाम में जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से सर्जरी में पीजी कर रही थी। छठ पूजा में वह अपने घर आई थी। इसी दौरान चार नवंबर को अचानक शाम में गायब हो गई।
इसके बाद पिता अजय कुमार सिंह के मोबाइल पर कॉल कर शाश्वती को छोडऩे के लिए 70 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इस मामले में उनकी पत्नी रंभा सिंह ने तिलकामांझी पुलिस चौकी में अज्ञात अपहरणकर्ताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई।
शाश्वती के अपहरण से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। तत्कालीन एसएसपी मनोज कुमार ने उसकी बरामदगी के लिए 10 थानेदारों से एसआइटी का गठन किया। मोबाइल नंबर खंगाले जाने लगे। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम के देने के पांच नंवबर 2016 की रात परिजनों को चंपा नदी पुल के पास आने को कहा। वहां पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। मगर इस बात की भनक जब केतन आनंद को लगी तो उसने शाश्वती के पिता को फोन कर कहा कि वह सुरक्षित है और वापस आ जाएगी। फिर शाश्वती सात नवंबर को सुबह अपने घर वापस लौट आई।
अपहरणकांड में शाश्वती का न्यायालय में बयान कराया गया, जिसमें उसने कहा था कि शादी की बात के लिए केतन भागलपुर आया था। वह अपनी मर्जी से उन लोगों के साथ गई थी। जबकि उसके परिजनों को बार-बार केतन और मणिकांत फोन कर फिरौती मांग रहे थे। वहीं फिरौती नहीं देने पर बेटी को जान से मारने की बात कह रहे थे।
पुलिस के अनुसार मेडिकल छात्रा शाश्वती के अपहरण पिता से रुपये ऐंठने के लिए किया गया था। केतन को इस बात की जानकारी थी कि अजय कुमार सिंह के पास काफी संपत्ति है। इस कारण उसने अपने साथी मणिकांत के साथ शाश्वती को विश्वास में लेकर उसके पिता से 70 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
अब पुलिस पुलिस जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी वारंट को लेकर दिल्ली जाएगी। केतन आनंद दिल्ली के ओल्ड महावीर रोड का रहने वाला है। वह 2016 के नवंबर में दिल्ली के रेडक्रास अस्पताल में डॉक्टर था। जबकि उसका साथी मणिकांत दिल्ली के जफरपुर स्थित डॉक्टर्स हॉस्टल में रहता था। वह 2016 में राव तुलाराव अस्पताल में डॉक्टर था।