तीन बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ रहने के लिए खुद की मौत का नाटक रच डाला। प्रेमी के दोस्त के जरिए पति तक अपनी मौत की झूठी खबर पहुंचाई, हालांकि झूठ ज्यादा देर तक टिक नहीं सका और वह पकड़ी गई।

घटना पीरबहोर थाना क्षेत्र की है। थाना पुलिस ने घटना की सूचना मिलने के महज चार घंटे में महिला को बरामद करने के साथ उसके प्रेमी राहुल को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष कैसर आलम के मुताबिक महिला का कोर्ट में बयान दर्ज कराया जाएगा। विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।

चलाती थी ब्यूटी पार्लर

झारखंड के साहेबगंज की रहने वाली सारिका (38) के 21 साल और 11 साल के दो बेटे और 18 साल की बेटी है। उसका पति विनोद कुमार साहेबगंज में किराना दुकान चलाता है। वहीं उसका प्रेमी राहुल (32) पटना कॉलेज के तकनीशियन का बेटा है।

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सारिका और राहुल मिलकर पटना मार्केट के इमाम शापिंग कांप्लेक्स में ब्यूटी पार्लर चला रहे थे। उसने 30 सितंबर को पार्लर में ताला लगा, तीनों बच्चों को पिता के पास भेज दिया। कहा कि, तुम लोग जाओ, मैं घर का सामान लेकर आऊंगी।

फोन करा पति को बुलाया बनारस

सारिका के मोबाइल से 11 अक्टूबर को उसके पित विनोद को कॉल आया। कॉल करने वाला राहुल का दोस्त निलेश था, लेकिन उसने पहचान गुप्त रखी। निलेश ने विनोद से कहा कि उसकी पत्नी की लाश बनारस के एक घाट पर पड़ी है। वहां उसका पर्स और मोबाइल भी रखा है। जब विनोद बताए गए पते पर पहुंचा तो उसे निलेश ने दोनों चीजें दे दीं और शव के बारे में बताया कि उसका दाह-संस्कार कर दिया गया है।

निलेश से मुलाकात के बाद हुआ शक

बनारस में मुलाकात के दौरान विनोद ने निलेश का नंबर ले लिया था। वह और उसके बच्चे सारिका की मौत की बात मानने को तैयार नहीं थे। विनोद ने शुक्रवार को निलेश को कॉल किया तो उसे गांधी मैदान के पास बुलाया गया। वहां आकर निलेश ने कहा कि तुम्हें तुम्हारी पत्नी की लाश मिल जाएगी। इस पर विनोद को शक हुआ और दोपहर करीब 12 बजे वह अपहरण की शिकायत लेकर पीरबहोर थाने में पहुंचा।

पुलिस की जाल में फंस गई सारिका

अपहरण की सूचना पर थानाध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई की और तकनीकी अनुसंधान से राहुल को खोज निकाला। राहुल ने कड़ी पूछताछ के बाद सारी कहानी बयां कर दी। उसके जरिए पुलिस ने जाल बुना और सारिका को पटना मार्केट के पास बुलाया, जहां से उसे भी गिरफ्त में ले लिया गया।