दो अक्टूबर को मुख्यमंत्री के बाल विवाह के खिलाफ महाअभियान चलाने की घोषणा के तीन दिनों के भीतर राजधानी पटना में एक और मामला सामने आया है। दनियावां बाजार स्थित सूर्य मंदिर परिसर में गुरुवार को एक 15 वर्षीय किशोरी की शादी उससे तीन गुनी से भी अधिक उम्र के व्यक्ति से कराई जा रही थी।

सूचना मिलने पर थाना पुलिस ने अधेड़ दूल्हे को दो बिचौलियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। दूल्हा तरण सिंह (45) यूपी के इटावा जिले के बरेहर थानांतर्गत जफराबाद गांव का है। किशोरी नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र के गांव की है। पुलिस ने उसके भाई को हिरासत में लिया है।

पूछताछ में किशोरी ने रोते हुए कहा कि उसकी शादी जबरन कराई जा रही है। पुलिस कप्तान मनु महाराज को सूचना मिली कि दनियावां बाजार के पास सूर्य मंदिर परिसर में नाबालिग लड़की की शादी उसके पिता की उम्र के व्यक्ति से कराई जा रही है।

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उन्होंने फतुहा डीएसपी सुनील कुमार और थानाध्यक्ष मो. नदीम अख्तर को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। ग्रामीण एसपी ललन मोहन प्रसाद लगातार पुलिस की कार्रवाई पर नजर रख रहे थे। पुलिस जब पहुंची तो शादी की रस्म चल रही थी, जिसे तत्काल रोका गया।

लड़की ने जबरन शादी कराए जाने की बात स्वीकार की। इसके बाद दूल्हे तरण सिंह और बिचौलिए फुलवारीशरीफ के करौरी चक निवासी रामानंद राम और यूपी के इटावा की ममता देवी को गिरफ्त में लिया गया।

पूछताछ में मालूम हुआ कि लड़की के घर वाले गरीब हैं। ममता लड़कियों की खरीद-फरोख्त का काम करती है। गरीब घर की लड़कियों को खरीदकर उनकी शादी बड़े उम्र के लोगों से कराती है। तरण सिंह की पहले शादी हो चुकी है, लेकिन उसे पहली पत्नी से बेटा नहीं हुआ और घर का काम करने में भी वह असमर्थ हो गई, इसलिए वह दूसरी शादी चाहता था। उसने ममता से संपर्क किया।

रामानंद बिहार के सुदूर इलाकों से ममता को लड़कियां सप्लाई करता है। उसने ममता को किशोरी के परिवार और आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी दी। ममता ने रुपयों का लालच देकर उसके परिवार वालों को शादी के लिए राजी करवा लिया।