
गोदाम में कभी भी हो सकती है बड़ी घटना
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!एक सौ लेबर को काम से हटाने का मामला
नवगछिया प्रतिनिधि: नवगछिया स्थित एफसीआइ गोदाम में मंगलवार को मजदूरों को हटाने को लेकर गोदाम का काम ठप हो गया था. जिसके बाद गोदाम के प्रबंधक व नवगछिया डीएसपी मुकुल कुमार रंजन के पहल के बाद एक बार फिर काम प्रारंभ करवाया गया था. मगर स्थिति जस की तस बनी हुई है . गुरुवार को करीब एक सौ मजदूरों ने नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी राघवेंद्र सिंह को आवेदन देकर एफसीआई गोदाम में मनमाने ढंग से मजदूरों का चयन में रुपए लेने की शिकायत की है. वही मजदूरों ने नवगछिया एसपी से भी मिल कर गोदाम की स्थिति के बारे में अवगत कराया है. एसपी से मिल मजदूरों ने बताया कि सरदार की मनमानी के कारण कभी भी गोदाम में बड़ा हादसा हो सकता है. पैसे को लेकर ठेकेदार द्वारा अपने मनचाहे मजदूरों को काम पर रख रहे हैं. वही अपने आवेदन में मजदूरों ने कहा कि गोदाम में तीन लोग सुबोध यादव, रामदेव पासवान व लक्ष्मी सिंह सरदार है तथा तीनो सरदारों द्वारा मनमाने तरीके से मजदूरों का चयन अपने ही परिवार से कर लिया गया है. साथ ही एक घर से पांच पांच व्यक्ति को काम पर लगाया गया है, जबकि गोदाम भवानीपुर गांव के पास है. वही गांव के मजदूरों को सरदार को बिना रिश्वत दिए मजदूरों को नहीं रख रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि प्रति बोरा 25 पैसा लेने के बाद ही मजदूरों को काम पर रखा जा रहा है. नहीं देने पर धमकाया जाता है, कि तुम्हें काम से हटा दिया जाएगा. वही मजदूरों ने बताया कि मजदूरों को मात्र दो रुपइया 5 पैसा सरकारी रेट से मिलता है, मगर सरदार की मनमानी से उन्हें मात्र 1 रुपया पचासी पैसा ही मिलता है. बाकी पैसा सरदार व गोदाम की मिलीभगत से रख लिया जाता है. वही यह भी आरोप लगाया कि 2800 बोरा उठाने के बाद मजदूरों को 500 रुपए मिलते हैं. उसमें भी सरदार 250 रुपए खुद रख कर मजदूर को बाकी पैसा देता है. मजदूरों ने बताया कि मंगलवार को डीएसपी मुकुल कुमार रंजन द्वारा यह निर्देश दिया गया था कि मजदूरों की सूची व आधार कार्ड लगा कर ही काम करवाया जाए जिस पर सरदार को आधार कार्ड देने के बावजूद वह काम पर रखने को तैयार नहीं है. जिसको लेकर बाजार समिति में कालाबाजारी खुलेआम हो रही है. मजदूरों ने कहा की पूर्व से गोदाम में काम कर रहे मजदूरों को वापस काम मिलना चाहिए. मिली जानकारी के अनुसार एफसीआई गोदाम में मजदूरों को हटाने के बाद दो अलग-अलग गुटों में मजदूर बट गए हैं. जिससे कभी भी बड़ी अनहोनी होने की आशंका लग रही है.