बिहपुर : बिहपुर थाना क्षेत्र के गरैया दियारा में अपराधियों ने जयरामपुर के किसान रीता चौधरी को रस्सी से हाथ पैर बांध कर घने जंगल में फेंक दिया और उनका पच्चीस रास भैंस को अगवा कर लिया है. अपराधियों के जाने के बाद रीता चौधरी को आसपास के किसानों और उसके भाई ने बंधन से मुक्त किया. इसके बाद किसान ने रविवार को बिहपुर थाना आकर मामले की लिखित शिकायत की. शिकायत पर बिहपुर थाना पुलिस ने स्थल पर जाकर मामले की जांच भी की है. 25 रास भैंस का न्यूनतम मूल्य 13 लाख के लगभग आंकी जा रही है.

– किसानों का है कहना शबनम यादव गिरोह के अपराधियों ने किया वारदात

किसान व पशुपालक रीता चौधरी ने जानकारी देते हुए प्रभात खबर को बताया है कि देर रात उनके गरैया दियारा स्थित बथान पर करीब 15 हथियारबंद अपराधी आ धमके. जब तक वह लोग कुछ समझ पाते अपराधियों ने रीता चौधरी को बंधक बना लिया. अपराधियों ने रीता चौधरी के आंख में पट्टी बांधकर उसके साथ मारपीट भी की के बाद बथान से कुछ दूर ले जाकर उसे घने जंगल में फेंक दिया बथान पर बंधे 25 रास भैंस को खोलकर अगवा कर लिया.

किसान का कहना है कि दियारा में जिस वक्त घटना हो रही थी उस वक्त और किसान भी मौजूद थे लेकिन अपराधियों के डर से सभी अपने अपने बथान पर जाकर छुप गए. सुबह 11:00 बजे किसान बिहपुर थाना पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी. किसान का कहना है कि और उनके जीविकोपार्जन का एकमात्र जरिया भैंस पालकर दूध बेचना ही है.

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सभी भैंसों को अगवा कर लिए जाने के बाद अब उनके पास जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं बचा है. किसान ने बताया कि घटना को अंजाम कुख्यात शबनम यादव गिरोह द्वारा दिया गया है. अधिकांश अपराधी नकाबपोश थे. लेकिन उन्होंने अशोक ठाकुर और मुकेश यादव को पहचान लिया है दोनों शबनम यादव गिरोह के ही सदस्य हैं. गरैया दियारा में रहने वाले किसानों में इस घटना को लेकर ख़ौफ है. सोमवार को अधिकांश किसान दियारा से पलायन कर गए हैं.

कहते हैं थानाध्यक्ष

बिहपुर के थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें घटना की मौखिक सूचना दी गई है किसान द्वारा किसी प्रकार की लिखित सूचना थाने में नहीं दी गई है. मौखिक सूचना पर पुलिस ने मामले पर कार्रवाई की है