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सरकार बेटियों को शिक्षा समेत कई क्षेत्रों में आगे बढ़ाने के लिए हर समय कोई न कोई कदम उठाती रहती है। हमारे देश में कुछ गैरसरकारी संस्थाएं भी बेटियों को बढ़ाने और उन्हें पढ़ाने के लिए काम करती हैं। आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी हेल्थकेयर कंपनी के बारे में, जो बेटी के जन्म पर बिना शर्त आपको 11 हजार रुपए देती है।ओलंपिक से आया आइडियाऑक्सी हेल्थकेयर नाम की इस कंपनी ने पिछले साल सितंबर में ही गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत यह कंपनी भारत में पैदा होने वाली हर बेटी को 11 हजार रुपए देती है। भारत में सस्ती हेल्थकेयर सर्विस मुहैया कराने में जुटी यह कंपनी इस प्रोग्राम के लिए हर साल 1,000 करोड़ रुपए अलग रखती है। कंपनी के मुताबिक रियो ओलंपिक में महिलाओं के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित होकर कंपनी ने ऑक्सी गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया था।18 साल की होने के बाद निकाल सकती है पैसेप्रोग्राम के तहत बेटी का जन्म होने के तुरंत बाद उसके नाम पर 11 हजार रुपए बैंक में जमा किए जाते हैं। कंपनी बेटी के नाम पर सेविंग्स अकाउंट खुलवाती है और उसमें पैसे जमा करवाती है। इन पैसों को बेटी 18 साल के होने पर निकाल सकती है। इसके अलावा कंपनी मां और बेटी के स्वास्थ्य की नियमित जांच करती है।एेसे कराना होगा रजिस्टरबेनेफिट को हासिल करने के लिए मां को प्रेग्नेंसी के दौरान ही खुद को रजिस्टर करना होगा। बेटी पैदा होने के बाद कंपनी नवजात के स्वास्थ्य की जांच कराएगी। इसके साथ ही जन्म प्रमाणपत्र का वेरीफिकेशन भी किया जाएगा। ये सब सफल होने के बाद कंपनी बेटी के नाम पर सेविंग्स अकाउंट खुलवाकर उसमें पैसे जमा कर देगी।यह एेप करनी होगी डाउनलोडरजिस्ट्रेशन के लिए आपको ऑक्सी हेल्थ ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद गर्ल चाइल्ड ऑप्शन पर क्लिक करें। इस पर जाते ही आप गर्ल चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत खुद को रजिस्टर कर सकते हैं। इस प्रोग्राम के तहत कंपनी दो ऑप्शन देती है। इनमें से ही आपको एक चुनना होगा। पहला, बेटी के नाम पर एफडी और दूसरा मां व बच्चे (बेटा-बेटी) के स्वास्थ्य की पूरी देखभाल का जिम्मा उठाने का विकल्प मिलेगा।कोई रजिस्ट्रेशन फीस नहींऑक्सी गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत खुद को रजिस्टर करने के लिए आपको किसी तरह का चार्ज नहीं भरना पड़ता है। इस प्रोग्राम का बेनेफिट हासिल करने के लिए भी आपको किसी तरह के चार्जेस नहीं देने पड़ते। सिर्फ रजिस्ट्रेशन ही काफी है। कंपनी के मुताबिक वह इस प्रोग्राम के लिए हर साल 1 हजार करोड़ रुपए अलग रखती है, ताकि कभी फंड की कमी न हो।