अब एक ऐसी स्मार्ट अलार्म प्रणाली आई है जिससे आप रजाई ओढ़कर बेफिक्री से सो सकते हैं और आपको घर में चोरी होने का भी कोई डर नहीं होगा। वैज्ञानिकों ने ऐसा स्मार्ट अलार्म बनाया है जो तापमान में बदलाव होने या खिड़कियों में कंपन होने से घर में चोरों के घुसने का पता लगा लेता है और तभी अलार्म बजने लगता है। सुनार की दुकानों, आर्ट गैलरियों और बैंकों की खिड़कियों पर सुरक्षा शीशे लगे होते हैं और वे अलार्म से जुड़े होते हैं। हालांकि अलार्म तभी बजेगा जब खिड़की का शीशा टूटेगा।

आम सुरक्षात्मक शीशों में धातु के धागे लगे होते हैं जिससे कांच के टूटने पर अलार्म बजने लगता है। अगर शीशा तोड़ने के लिए कटिंग टॉर्च या ड्रिल का इस्तेमाल किया जाता है तो अलार्म या तो बहुत देर से बजता है या बजता हीं नहीं। चोर इसी कमी का फायदा उठाते हैं और हथौड़े के बजाय ड्रिल या कटिंग टॉर्च का इस्तेमाल करते है। जर्मनी में फ्राउनहोफर गेजेलशाफ्ट के वैज्ञानिकों ने चोरों को सेंध लगाने से रोकने के लिए एक ऐसी सुरक्षित प्रणाली बनाई है जिसमें इस समस्या का तोड़ निकाला गया है।

नई प्रणाली बाहरी कारणों से होने वाले थर्मल और मैकेनिकल दबाव का बहुत जल्दी पता लगा लेती है। यहां तक कि सुरक्षा कांच पर खटखटाने या उसके आग के संपर्क में आने से ही अलार्म बज उठेगा। शीशे पर पड़ने वाले बाहरी दबाव से उसकी मैकेनिकल प्रवृत्तियां बदल जाती है और अलार्म इस बदलाव को पहचान लेता है।

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