केंद्र सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर आपराधिक छवि वाले जनप्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज मामलों की सुनवाई के लिए 12 विशेष अदालतों के गठन का फैसला बिहार के 142 विधायकों पर भारी पड़ सकता है।
इसी तरह बिहार के 40 लोकसभा सदस्यों में से कुल 28 सांसद ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में कुल 142 ऐसे विधायकों ने जीत हासिल की है जिनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने, अपहरण और महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसे गंभीर आपराधिक मामले हैं।
सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि इनमें 70 विधायक ऐसे हैं जिनके कुकृत्यों को लेकर संबंधित अदालतों में चार्जशीट भी दायर हो चुके हैं। याद दिला दें कि बिहारशरीफ मंडल कारा में बंद नवादा से राजद विधायक राजवल्लभ यादव पर एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला अदालत में चल रहा है।
पुलिस ने इस मामले में विधायक के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दायर कर रखी है। इसी तरह झंझारपुर से राजद विधायक गुलाब यादव के खिलाफ भी एक महिला के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज है।
इसी तरह मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह अभी हाल ही में जमानत पर रिहा हुए हैं। उनके खिलाफ अपहरण व हत्या जैसे मामले लंबित हैं। जदयू की महिला विधान पार्षद मनोरमा देवी का नाम भी इस सूची में शामिल है।
वर्ष 2015 के विस चुनाव में विभिन्न पार्टियों से निर्वाचित आपराधिक छवि के विधायकों का आंकड़ा-
पार्टी- कुल विधायक- आपराधिक छवि के विधायक
राजद 80———- 46
जदयू 71———— 34
भाजपा 53———- 34
कांगे्रस 27——— 16
रालोसपा 2———- 1
लोजपा 2———– 1
निर्दलीय 4 ———-1