खरीक : नेपाल से वाटर डिस्चार्ज होने से कोसी नदी के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी और तूफान से खरीक प्रखंड के कोसी तटीय इलाकों मैरचा,रतनपुरा, कालूचक में भीषण कटाव शुरू हो गया है.मैरचा के समीप कोसी नदी से हो रहे भीषण का रफ्तार इतना तेज है कि रोजाना 40 से 50 फीट के दायरे में किसानों की उपजाऊ जमीन कटाव से ध्वस्त हो कर कोसी में समा रहा है.जिन किसानों की जमीन कटकर कर कोसी में समा रहा है वे किसान मूकदर्शक होकर कोसी त्रासदी से त्रस्त होकर खून के आंसू बहा रहे हैं.तकरीबन साठ से अधिक किसानों के बाग बगीचे ध्वस्त होकर कोसी में समा गये.

मैरचा रतनपुरा के अस्तित्व पर संकट

कोसी नदी के भीषण कटाव से रतनपुरा मैरचा के अस्तित्व पर संकट के बादल मडराने लगे है.लगातार हो रहे भीषण कटाव से गांव के अस्तित्व पर खतरा है.रोज उपजाऊ जमीन कटकर कोसी में समा रहा है.जमीन कट जाने से किसान भूमिहीन हो गए है.

किसान लाचार और बेबस हो गए है

रतनपुरा मैरचा के तकरीबन दस हजार की आबादी बेवश और लाचार है.कटाव का रफ्तार इतना तेज है कि यही रफ्तार जारी रहा तो ग्रामीणों की आबादी को पलायन करना पड़ेगा .

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जनप्रतिनिधियों ने नही ली सुध

रतनपुरा मैरचा के ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी राजनीतिक दलों ने कोसी पार रतनपुर भवनपुरा पंचायत के लोगों की समस्याओं का सुध नही लिया.ऐसे राजनीतिक दलों को सबक सिखाने के लिए मैरचा के लोगों ने आगामी संसदीय और विधान सभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.मतदान बहिस्कार करने के निर्णय में पीसीसी सड़क समेत अन्य बुनियादी मुद्दे शामिल है.

क्या कहते हैं ग्रामीण

भाजपा प्रखंड अध्यक्ष चंदन यादव नितेश कुमार अमित कुमार बिंदी साह त्रिभुवन सिंह समेत अन्य ग्रामीणों का कहना है कि अगर अविलम्ब रतनपुरा मैरचा में हो रहे भीषण कटाव को अविलम्ब नही रोका जाएगा तो हम लोग आगामी चुनाव का बहिस्कार करेंगे.

क्या कहते हैं पदाधिकारी

जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि मैरचा और रतनपुरा में हो रहे कटाव की स्थिति की जांच कर मुख्य अभियंता को सूचना दी जाएगी और संपुष्टि के बाद कटाव निरोधी कार्य किया जाएगा.